पुलवामा हमले और जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद से भारत पाकिस्तान के बीच तनाव है। इसी बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राकांपा प्रमुख शरद पवार ने पाकिस्तान की तारीफ की है।
अमेरिका के सांसदों ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति को लेकर गहरी चिंता जाहिर की है और भारत तथा पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूतों से दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा है।
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद से इमरान खान अपनी जनता को भारत के खिलाफ भड़काने का काम कर रहे हैं और अपनी सरकार की आर्थिक मोर्चे पर नाकामी छुपाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और संविधान के अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को हटाए जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के पहले सत्र में हिस्सा लेने के लिए इस माह के आखिर में अमेरिका जा रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ दो बार मुलाकात का मौका मिल सकता है।
मुसलमानों की शीर्ष संस्था जमीयत उलेमा-ए-हिंद (जेयूएच) ने गुरुवार को एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें कहा गया है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और घाटी में रहने वाले लोगों का कल्याण भारत के साथ एकीकरण में है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को बड़ी आतंकी साजिश नाकाम कर दी। पुलिस ने कठुआ से हथियार ले जा रहे एक ट्रक को पकड़ा है। इसमें पुलिस को 6 एके-47 राइफल मिली हैं।
जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान की बौखलाहट के बीच इमरान सरकार के मंत्री भी मानने लगे हैं कि इस मुद्दे पर वे अकेले पड़ गए हैं। पाकिस्तानी मीडिया के बाद अब गृह मंत्री ब्रिगेडियर एजाज अहमद शाह ने माना है कि कश्मीर मुद्दे पर उनका देश अलग-थलग पड़ गया है।
गिलगित बाल्टिस्तान के सामाजिक कार्यकर्ता सेंज सेरिंग ने गिलगित बाल्टिस्तान को भारत का हिस्सा बताया
पीएम नरेंद्र मोदी ने कश्मीर मामले को लेकर कहा था कि ये भारत और पाकिस्तान का अपना मामला है। इसमें किसी तीसरी पार्टी को शामिल होने की जरूरत नहीं है।