वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के दौरान कश्मीरी कविता का जिक्र किया। इसके बाद उन्होंने इसका हिंदी में मतलब भी बताया। उन्होंने कहा हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा, हमारा वतन डल में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन, तेरा वतन, हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन।