200 विधानसभा वाले राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान होगा। सभी पार्टियों ने टिकट फाइनल कर दिया है और नामांकन भी भर गया है। कांग्रेस ने इस बार ऐसे नेताओं को टिकट दिया है जिन्होंने पांच घंटे पहले पार्टी ज्वाइन की थी।
कहते हैं जिसका कोई नहीं उसका खुदा होता है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस के बागी नेताओं के साथ कहावत कुछ अलग हो गई है। दोनों पार्टियों के कुल 6 बागी नेताओं को हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी टिकट दिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को सतना में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान निशाना साधा- 'सोनिया राहुल-प्रियंका को स्थापित कर रहीं, नकुल को स्थापित कर रहे कमल नाथ और दिग्विजय सिंह भी अपने बेटे को मध्य प्रदेश में स्थापित करने में जुटे।'
प्रदेश में कांग्रेस के एक कद्दावर नेता ने विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका दिया है। उन्होंने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र लिखकर सीटों के बंटवारे के आरोप भी लगाए हैं।
भाजपा के कद्दावर प्रत्याशियों पर नजर रखने के लिए कांग्रेस ने तेज तर्राट प्रवक्ताओं को तैनात किया है। ताकि वे उनकी हर गतिविधि पर नजर रख सकें।
एमपी की राजनीति में 1975 में आई फिल्म शोले के जय वीरू और गब्बर की एंट्री हो गई है। यहां तक की नेता बसंती और गब्बर का नाम लेकर भी एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।
कांग्रेस ने इस बार टिकट वितरण को लेकर काफी मंथन किया है। इसके बाद भी प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है। पाली से कांग्रेस ने सात में से 6 चुनाव हारने वाले नेता को टिकट दिया है। जबकि भाजपा ने इस सीट पर 5 बार से लगातार जीत रहे विधायक को टिकट दिया है।
कांग्रेस ने आज प्रत्याशियों की चौथी लिस्ट जारी कर दी है। कुल 56 उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिए हैं। लिस्ट में महेश जोशी, शांति धारीवाल और धर्मेंद्र राठौर के नाम शामिल नहीं किए गए हैं।
सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच विवाद फिलहाल शांत चल रहा है और दोनों एक दूसरे के सहयोग की बात भी कह रहे हैं। ऐसे में पायलट की ओर से दिया गया एक बयान फिर से विवाद को जन्म दे सकता है। जानें क्या कहा पायलट ने…
राजस्थान में 25 नवंबर को मतादन होगा। वोटिंग के लिए सिर्फ 26 दिन ही बाकी हैं। लेकिन अभी तक कांग्रेस और भाजपा दोनों ही अपनी उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट जारी नहीं कर पाई है। सिर्फ दो समाज के नेताओं के सबसे ज्यादा टिकट दिए हैं।