कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली बॉर्डर पर जमे हुए हैं। उधर, केंद्र सरकार किसान संगठनों से 3 दिसंबर को बातचीत के लिए तैयार है। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने भी किसानों से बात की, लेकिन किसान हिलने को तैयार नहीं है। किसानों का मानना है कि अगर वे हाइवे छोड़ते हैं, तो उनकी स्थिति कमजोर होगी। किसानों का कहना है कि मंत्री बॉर्डर पर आकर ही बात करें।