दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को दिल्ली शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया था। मामले में जांच एजेंसी के नौ समन में केजरीवाल के शामिल नहीं होने के बाद यह गिरफ्तारी हुई।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कल गुरुवार (21 मार्च) की रात को गिरफ्तार कर लिया। केजरिवाल को ED ने दिल्ली शराब नीति मनी लॉन्ड्रिंग मामले मे गिरफ्तार किया है।
क्या जेल से कोई मुख्यमंत्री सरकार चला सकता? क्या है लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951? क्या मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया जा सकता है? जानिए कानून
ED ने दिल्ली शराब नीति केस में गुरुवार 21 मार्च की रात अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें रात 11 बजे ईडी दफ्तर ले जाया गया। गिरफ्तारी से पहले ईडी ने दिल्ली के सीएम को 9 बार समन किया, लेकिन वो एक बार भी पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे।
सुरक्षा को देखते हुए अभी भी केजरीवाल सहित पूरी ईडी टीम सीएम हाउस में ही है। गुरुवार की रात ईडी कस्टडी में गुजारनी पड़ेगी। शुक्रवार को केजरीवाल को कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।
आप नेता आतिशी व अन्य सीनियर लीडर्स ने यह दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं और गिरफ्तारी के बाद भी दिल्ली सरकार को वह मुख्यमंत्री के रूप में चलाएंगे। आईए जानते हैं वह वजह जिनके कारण केजरीवाल की हुई गिरफ्तारी...
दिल्ली आबकारी पॉलिसी केस में अरविंद केजरीवाल के घर ईडी ने रेड किया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED)को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली की उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में जवाब मांगा है।
आबकारी घोटाले में अब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का नाम भी जुड़ गया है। इससे अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई है। कविता की गिरफ्तारी के बाद ईडी ने कहा कि केजरीवाल और सिसोदिया संग साजिश रची गई थी।
दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक सफर में फिलहाल उथल-पुथल मची हुई है। इसकी दो सबसे बड़ी वजह है और दोनों के तार घोटाले से जुड़े हुए है।