कोरोना अपने नए वेरिएंट के साथ फिर से लोगों को डराना शुरू कर दिया है। BA.2.86 का एक नया सब-वेरिएंट JN.1 का केस भारत में आने के बाद केंद्र अलर्ट हो गई है और राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। आइए जानते हैं JN.1 कितना खतरनाक है।
केरल में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए बुजुर्गों के लिए कर्नाटक सरकार ने मास्क लगाने की एडवाइजरी जारी की है और इससे सतर्क रहने की हिदायत भी दी है।
चीन में फैले एक रहस्यमयी बीमारी की वजह से भारत समेत पूरी दुनिया फिर से सतर्क हो गई है। अक्टूबर महीने से यह बीमारी चीनी बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है। WHO के सवाल पर भी चीन खामोश है।
जैसे ही हमें लगने लगता है कि कोरोना महामारी का प्रकोप खत्म हो गया है, वैसे ही इसका नया वेरिएंट आ जाता है। ठीक इसी तरह से WHO ने एक बार फिर कोविड-19 के तीन वेरिएंट को लेकर चेतावनी दी है।
राहुल गांधी ने राजस्थान के हनुमानगढ़ में गुरुवार को सभा के दौरान पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कोरोन के समय राजस्थान में घर-घर दवाइयां और फू़ड पैकेट बांटे जा रहे थे और पीएम घरों में थालियां बजवा रहे थे।
सर्दी आते ही कोरोना एक बार फिर से बवाल मचाना शुरू कर दिया है। ओमिक्रॉन स्पिन-ऑफ, HV.1, और एक पिरोला का वंशज, JN.1, COVID-19 के नए स्ट्रेन को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
डॉक्टरों के अनुसार लोगों की जीवनशैली बदली है, इसके चलते हृदय रोगियों की संख्या बढ़ी है। इसके साथ ही कोरोना महामारी ने इंसानी शरीर को बदला है, जिसके चलते भी दिल के रोग अधिक हो रहे हैं।
मरीज की जान लेने के मामले में निपाह वायरस (Nipah Virus) कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक हैं। निपाह वायरस का मृत्युदर 40-70 फीसदी है। कोरोना का मृत्युदर 2-3 फीसदी है।
निपाह वायरस के संक्रमण ने केरल को कोरोना काल जैसे खौफनाक दिन दिखा दिए हैं। उसी तरह कन्टेनमेंट जोन बनाए गए हैं। सड़कों को बांस-बल्लियां लगाकर बंद कर दिया गया है। लोग खौफ के चलते अपने-अपने घरों में बंद हैं।
भारत में पिछले कुछ वक्त से हार्ट अटैक के मामले बढ़ गए हैं। बुजुर्गों की कही जाने वाली यह बीमारी अब युवाओं को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। सवाल है कि दिल की बीमारी क्यों बढ़ता जा रहा है। क्या इसका कोरोना से कनेक्शन हैं।