कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां अब तक 3229 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, 94 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, 229 लोग ठीक हो चुके हैं। तब्लीगी जमात के चलते पिछले 24 घंटे में मामलों में काफी तेजी आई है। शुक्रवार को 563 नए केस सामने आए हैं।
महाराष्ट्र में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के छह जवानों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह जवान मुंबई के निकट खारघर में तैनात थे।
पॉजिटिव आने के बाद तमन्ना 19 मार्च से खानपुर कलां मेडिकल कॉलेज में भर्ती थी। जहां उनका रेगुलर ब्लड सैंपल की जांच की गई। भर्ती होने के 2 दिन बाद ही उनकी रिपोर्ट निगेटिव आने लगी जिसके बाद उन्हें तीसरी रिपोर्ट के निगेटिव आने तक अस्पताल में ही रखा गया। और जब तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आ गई तो उन्हें अस्पताल ने पूरी तरह से ठीक बताकर छुट्टी दे दी।
तब्लीगी जमात में शामिल होने वाले 40 लोगों की रिपोर्ट आई है इसमें से 34 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। इस खतरनाक आंकड़े से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ी हुई है
दिल्ली में कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्य 384 हो गई है। अरविंद केजरीवाल ने बताया, 384 में से 259 केस निजामुद्दीन मरकज से जुड़े हुए लोगों का है। दिल्ली में अभी तक 5 लोगों की मौत कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हुई है।
तब्लीगी जमात के लोगों को देखे तो पिछले 2 दिनों में 14 राज्यों में 647 केस मिले हैं। 14 राज्यों में अंडमान और निकोबार, असम, दिल्ली, हिमाचल, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड और यूपी शामिल हैं।
कोरोना वायरस ने भारत में पैर पसार लिए हैं, इस बीच छोटे शहरों में डॉक्टरों के साथ बदसलूकी की खबरें भी आ रही हैं। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है दो एक हजार से पार जाने को है। हर कोई कोरोना से परेशान है। दूसरी ओर कोरोना को लेकर बहुत सारी अफवाहें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
तब्लीगी जमात मरकज में करीब 2 हजार लोगों के रुके होने की खबर के बाद दिल्ली पुलिस ने 30 मार्च से लेकर 1 अप्रैल तक लगभग 36 घंटे का ऑपरेशन चलाया, जिसमें निजामुद्दीन मरकज में रुके हुए करीब दो हजार लोगों को वहां से निकाला और हॉस्पिटल और क्वारंटीन सेंटर में भेजा।
राज्य में कोरोना का पहला मामला 22 मार्च को सामने आया था। 21 मार्च को पटना एम्स में मुंगेर के एक युवक की मौत हुई थी। 22 को उसे कोरोना पीड़ित बताया गया था। उसके संपर्क में आए 14 लोगों में अबतक कोरोना फैल चुका है। हालांकि राहत की बात यह है कि मृतक के परिवार की महिला और पड़ोसी बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
पूरे देश के साथ-साथ बिहार में भी कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। हालांकि बिहार में संक्रमण फैलने की रफ्तार अन्य राज्यों से कम है। गुरुवार को राज्य में कोरोना के छह नए पॉजिटिव मिले। जिन्हें मिलाकर अबतक राज्य में कुल 30 कोरोना पॉजिटिव मरीज हो चुके है।