सरकार अब अगले साल से कर्मचारियों के प्रदर्शन पर पीएलआई देने की योजना बना रही है। इंडियन बैंक एसोसिएशन की सैलरी पर बनी कमिटी का पीएलआई के प्रस्ताव को लगभग स्वीकार कर लिया गया है। आईबीए ने वेतन में 12 फीसद बढ़ोतरी की पेशकश की है, लेकिन बैंक यूनियनों की मांग 15 फीसद बढ़ोतरी की है।
ज्योतिष शास्त्र की कई शाखाएं हैं। अंक शास्त्र भी इनमें से एक है। जिस तरह जन्म कुंडली में ग्रहों के आधार पर भविष्य का आंकलन किया जाता है, उसी तरह अंक शास्त्र में जन्म तारीख को आधार बनाकर किसी भी व्यक्ति के भूत-भविष्य और वर्तमान में जाना जा सकता है।
अंक ज्योतिष के अनुसार, किसी व्यक्ति का मूलांक उस व्यक्ति की जन्म तारीख का योग होता है, जैसे यदि किसी व्यक्ति का जन्म 25 मई को हुआ है तो उसकी जन्म तारीख के अंकों का योग 2+5=7 होगा, यही उसका मूलांक कहा जाएगा।
10 सितंबर, शनिवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की पूर्णिमा तिथि रहेगी। शुक्रवार को पहले शतभिषा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग और बाद में पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से कालदंड नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
Aaj Ka Rashifal: आज (7 दिसंबर, बुधवार) अगहन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। इस दिन दत्त पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। बुधवार को पहले कृत्तिका नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से शुभ नाम के 2 योग दिन भर रहेंगे।
आज (1 सितंबर, गुरुवार) भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी और षष्ठी तिथि का संयोग बन रहा है। गुरुवार को स्वाती नक्षत्र होने से स्थिर नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा ब्रह्म और इंद्र नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे।
आज (17 जुलाई, रविवार) श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। रविवार को पहले शतभिषा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग और उसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। साथ ही इस दिन सौभाग्य और शोभन नाम के 2 अन्य शुभ योग भी रहेंगे।
आज (27 नवंबर, रविवार) अगहन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन विनायकी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। रविवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से शुभ और उसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से अमृत नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
टैरो कार्ड रीडिंग भविष्य जानने की एक विधा है। ये न सिर्फ हमें संभावित भविष्य के बारे में बताती है बल्कि हमारी कमियों का पता लगाने में मदद करती है और यहां तक कि आपको उन्हें सुधारने के तरीके भी बताती है। इससे हम अपनी जीवनशैली को और बेहतर बना सकते हैं।
अंक शास्त्र में 1 से 9 तक के प्रत्येक अंकों को 9 ग्रहों का प्रतिरूप माना जाता है यानी ये सभी अंक किसी न किसी ग्रह से प्रभावित होते हैं। जन्मतिथि के अंकों को जोड़कर एक मूलांक निकाला जाता है, उसी का प्रभाव जीवन भर उस व्यक्ति पर देखा जाता है।