प्रत्येक महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 2 जुलाई, गुरुवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है।
29 मार्च, रविवार से गुरु ग्रह राशि बदल चुका है। पहले ये ग्रह धनु राशि में था, अब ये ग्रह राशि परिवर्तन कर मकर राशि में आ चुका है।
29 मार्च, रविवार को देवगुरु बृहस्पति मकर राशि में प्रवेश करेंगे। गुरु का ये राशि परिवर्तन सभी 12 राशियों के लिए खास रहने वाला है। मकर राशि में गुरु नीच का रहता है।
मार्च 2020 में सूर्य, चंद्रमा मंगल, गुरु और शुक्र ग्रह राशि बदलेंगे। बुध कुंभ राशि में वक्रीय होगा। शनि, राहु और केतु अपनी राशि में स्थिर रहेंगे। इन ग्रहों के राशि बदलने से सभी लोगों पर इसका शुभ-अशुभ असर देखने को मिलेगा।
4 नवंबर, सोमवार से गुरु राशि बदलकर वृश्चिक से धनु में प्रवेश कर चुका है। धनु गुरु के स्वामित्व वाली ही राशि है।
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ को दौरान मुहूर्त का बड़ा महत्व माना जाता है। सही मुहूर्त पर सही तरीके से पूजा करने से सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं। गुरुवार का दिन भी विष्णु पूजा के लिए खास माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ महालक्ष्मी की पूजा करने से सारे ग्रह दोष दूर हो जाते हैं, और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है।
भारत के साथ ही ये ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, एशिया, यूरोप और दक्षिण अमेरिका में भी दिखाई देगा।
तिलक लगाने से हमारी बहुत-सी समस्याओं का अंत हो सकता है साथ ही ग्रहों के दोष भी दूर हो सकते हैं। वार के अनुसार अगर रोज अलग-अलग तिलक लगाया जाए तो बहुत से फायदे हो सकते हैं।