राज्यसभा में विपक्ष के कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद सहित चार सांसदों को आज सदन से विदाई दी जा रही है। पीएम मोदी ने गुलाम नबी आजाद की जमकर तारीफ की। संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद दल के साथ देश की भी सोचते हैं। उनकी जगह भरना किसी के लिए भी मुश्किल होगा। जब मैं चुनावी राजनीति में नहीं आया था तब गुलाम और मैं लॉबी में बात कर रहे थे।
गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में कहा, 1906 में अंग्रेज हुकूमत ने किसानों के खिलाफ तीन कानून बनाए थे और उनका मालिकाना हक ले लिया था। इसके विरोध में 1907 में सरदार भगत सिंह के भाई अजीत सिंह के नेतृत्व में पंजाब में आंदोलन हुआ। उस समय एक अखबार के संपादक बांके दयाल ने पगड़ी संभाल जट्टा, पगड़ी संभाल वे कविता लिखी जो बाद में क्रांतिकारी गीत बन गया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को कहा कि सरकार को कृषि से जुड़े बिलों पर पुनर्विचार कर संसद में एक नया बिल लाना चाहिए जिसमें पूंजीपति, किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य( MSP)से नीचे फसल नहीं खरीद पाएं और फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI)जैसी सरकारी एजेंसी किसानों से फसल एमएसपी से नीचे ही खरीदने को बाध्य हों।
भारत और चीन विवाद के बीच बुधवार को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, थावरचंद गहलोत, प्रहलाद जोशी, वी.मुरलीधरन, राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और टी शिवा हिस्सा लेने पहुंचे।
दिल्ली। सोनिया ने बतौर अंतरिम अध्यक्ष पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए राहुल की पसंदीदा टीम को दोबारा मौका दिया है और महासचिव पद से बुजुर्ग नेताओं की छुट्टी कर दी है। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, आजाद, मोतीलाल वोरा, अंबिका सोनी और मल्लिकार्जुन खड़गे को महासचिव पद से मुक्त किया गया है। वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल का भी कद भी घटा दिया गया है।कांग्रेस वर्किंग कमेटी का नए सिरे से गठन किया गया है।
कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की मांग को लेकर घमासान जारी है। इसी बीच राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी को चेतावनी दे डाली। उन्होंने कहा, अगर पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं होते, तो कांग्रेस को 50 सालों तक विपक्ष में बैठना होगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मंगलवार को जम्मू-कश्मीर की 6 दिन की यात्रा के दौरान जम्मू पहुंचे। उन्होंने कहा कि घाटी में स्थिति काफी खराब है। आजाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे। राज्य से धारा 370 हटने के बाद आजाद पहली बार घाटी पहुंचे थे।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू, अनंतनाग, बारामूला और श्रीनगर जाने की इजाजत दे दी। लेकिन यात्रा के दौरान किसी भी राजनीतिक रैलियों को आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कोर्ट ने कहा कि इस दौरान वे वहां के लोगों से बातचीत भी कर सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर पर मोदी सरकार के फैसले का कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को कहा कि सरकार को धारा 370 को निष्प्रभावी करने का फैसला वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में कोई भी इस फैसले से खुश नहीं है। यह गलत साबित हो चुका है। इसलिए इस फैसले को वापस लेन चाहिए।