31 जुलाई को श्रावण शुक्ल तृतीया तिथि रहेगी। इस दिन पहले मघा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का अशुभ योग और उसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से छत्र नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। इनके अलावा वारियन और परिघ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को बहुत ही शुभ माना गया है। इस बार 22 दिसंबर, बुधवार को साल का अंतिम पुष्य योग का संयोग बन रहा है। बुधवार और पुष्य नक्षत्र का संयोग होने से ये बुध पुष्य कहलाएगा। इस दिन संकष्ठी चतुर्थी का व्रत भी किया जाएगा।