साल 2020 का दूसरा महीना यानी फरवरी ज्योतिष के नजरिए से बहुत ही खास है क्योंकि इस महीने में 1-2 नहीं बल्कि 5 ग्रह राशि बदलने वाले हैं।
ज्योतिष में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं, इनमें से 2 ग्रह राहु और केतु छाया ग्रह हैं। आमतौर पर इन्हें अशुभ ग्रह माना जाता है।
भारतीय ज्योतिष में 12 राशियां मानी गई है। नाम के पहले अक्षर के अनुसार व्यक्ति की राशि तय की जाती है। यानी सभी लोग इन 12 राशियों में ही आते हैं।
रोवर को लॉस एंजिलिस के पास पासाडेना में जेट प्रपल्शन लैबोरेटरी के विशाल कक्ष में तैयार किया गया, जहां इसके चालक उपकरण का पिछले हफ्ते सफल परीक्षण किया गया था
ग्रहों के राशि और नक्षत्र परिवर्तन का दौर शुरू हो गया है, जो 30 जनवरी 2020 तक चलेगा। ज्योतिषियों के अनुसार शनि वर्ष गणना के अनुसार 30 साल बाद ग्रह-युति योग का भी संयोग बन रहा है।
सोमवार और अश्लेषा नक्षत्र के योग से सौम्य नाम का शुभ योग बन रहा है। सोमवार की रात सूर्य राशि बदलकर गुरु की राशि धनु में प्रवेश करेगा। इसी के साथ खर मास प्रारंभ हो जाएगा।
16 दिसंबर, सोमवार की रात 12.29 बजे सूर्य वृश्चिक से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार 15 जनवरी तक सूर्य इसी राशि में रहेंगे। इस समय को खरमास कहा जाता है।
ज्योतिष में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं और सभी ग्रहों का असर अलग-अलग होता है। कुंडली में जिस ग्रह की जैसी स्थिति होती है, वैसा ही असर हमारे जीवन पर पड़ता है।
कुंडली में जिस ग्रह की जैसी स्थिति होती है, वैसा ही असर हमारे जीवन पर पड़ता है। ग्रह की शुभ-अशुभ स्थिति का संकेत हमें डेली लाइफ में भी मिलते हैं।
यह विशेष तरह की मटियारी मिट्टी बनी ईंटें होंगी। ईंट में शुद्धता का भी पूरा ध्यान रखा गया है।