सिब्बल ने कहा, “हमें चीन के साथ उच्चतम स्तर पर बातचीत करनी होगी क्योंकि हमारे संबंधों के बीच कुछ बड़े मुद्दे हैं। हम एशिया पर आधिपत्य संबंधी चीन की आकांक्षाओं से अवगत हैं, और यह न सिर्फ हमारे लिए बल्कि भूमि एवं समुद्र में अन्य के लिए भी चुनौती खड़ी करता है।”