रूस, चीन, अमेरिका और पाकिस्तान के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को इस बात पर सहमति जताई कि अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए केवल वार्ता ही एकमात्र रास्ता है। साथ ही इन प्रतिनिधियों ने तालिबान के साथ अमेरिका की सीधी बातचीत जल्द शुरू किए जाने की भी वकालत की।