इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की तरफ से यह कदम उठाया गया है। मंत्रालय ने जानकारी दी है कि जिन ऐप्स को प्रतिबंधित किया गया है, वे सभी आईटी एक्ट की धारा 69 का उल्लंघन कर रहे थे। इससे भारत की संप्रभुता और अखंडता को खतरा था।
अमेरिका के आसमान में चीनी जासूसी गुब्बारा (China Spy Balloon) दिखने के बाद अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंटनी ब्लिंकेन ने चीन की यात्रा टाल दी है। इसके बाद ड्रैगन ने सफाई दी गई है कि गुब्बारे का इस्तेमाल मौसम संबंधी जानकारी जुटाने के लिए होता है।
चीन में बुखार की दवाओं इबुप्रोफेन और पेरासिटामोल की कमी हो गई है। भारत ने कहा है कि वह चीन को बुखार की दवाओं का निर्यात करने के लिए तैयार है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह चीन में कोविड की स्थिति पर नजर रखे हुए है।
गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर आईएनएस मोरमुगाओ (INS Mormugao) रविवार को नौसेना में शामिल होगा। यह भारत में बने सबसे शक्तिशाली युद्धपोतों में से एक है। युद्धपोत का डिस्प्लेसमेंट 7,400 टन है।
भारतीय सेना ने कहा कि इस सालाना अभ्यास का उद्देश्य जंगल युद्ध और पहाड़ी इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों में और सक्रियता बढ़ाना है।
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीनी सेना के द्वारा की गई घुसपैठ के बाद भारतीय सैनिकों ने भी करारा जवाब दिया। इस झड़प में जहां 6 भारतीय सैनिक घायल हुए, वहीं चीन के दर्जनों सैनिकों की हड्डियां टूट गईं। इस पूरे मामले पर पूर्व आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने एक इंटरव्यू में अपनी बात कही। उन्होंने चीन की हिमाकत की असली वजह भी बताई है।
पूर्वोत्तर के तेजपुर, चाबुआ, जोरहट और हाशिमारा एयरबेस पर गुरुवार और शुक्रवार को इंडियन एयरफोर्स द्वारा अभ्यास किया जा रहा है। इसमें सुखोई एमकेआई 30, राफेल समेत भारतीय वायुसेना के सभी फ्रंटलाइन फाइटर हिस्सा ले रहे हैं।
चीनी सैनिकों से यह हाथापाई 17 हजार फीट की ऊंचाई पर भारतीय पोस्ट के पास 9 दिसंबर को हुई थी। एक बार फिर भारतीय जवानों ने जांबाजी दिखाते हुए ड्रैगन को आइना दिखाया है।
जून 2020 में गलवान घाटी में सबसे भयानक झड़प हुई जिसमें 20 भारतीय सैनिक मारे गए थे। इस घटना में चालीस से अधिक चीनी सैनिकों के मारे गए थे।
पिछले महीने एक और जासूसी जहाज 'युआन वांग-6' चीन ने भेजा था। उस समय भी भारत एक मिसाइल सिस्टम की टेस्टिंग करने वाला था। समुद्री पोत ट्रैकिंग पोर्टल Marinetraffic.com की मानें तो चीनी जासूसी जहाज युआन वांग ने 4 से 5 दिसंबर की देर शाम इंडोनेशिया सुंडा जलडमरूमध्य के रास्ते से हिंद महासागर क्षेत्र में एंट्री की है।