हिंदू धर्म में वैसे तो हर एकादशी का अपना अलग महत्व बताया गया है, लेकिन इन सभी में निर्जला एकादशी का महत्व सबसे अधिक है, क्योंकि इसके नियम बहुत कठिन हैं।
कानपुर में ऐसा ही मामला सामने आया। जहां शहर की कई मस्जिदों से उतारे गए लाउडस्पीकर जब्त करने गई पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा। धर्मगुरुओ ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर आक्रोश जताया। शहर काजी का कहना है कि मस्जिद की कोई भी चीज दान नहीं दी जा सकती।
छत्तीसगढ़ से गोरखपुर के वृद्धा आश्रम पहुंचे एक व्यापारी से बाइक सवार चार बदमाशों ने लूट जैसी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया। घटना के बाद स्थानीय पुलिस के हाथ पैर फूल गए। पुलिस ने बताया कि प्राप्त हुई तहरीर के आधार पर छानबीन चल रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
दिल्ली की एक 6 साल की बच्ची ने पांच बच्चों को नई जिंदगी दी। उसने दिल, किडनी, लिवर समेत कई अंग दान (Organ Donation) दिए। अज्ञात हमलावर ने बच्ची के सिर में गोली मार दी थी, जिससे वह ब्रेन डेड हो गई थी।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो इसे संक्रांति कहते हैं। धर्म ग्रंथों में इस दिन का विशेष महत्व माना जाता है और इसे पर्व यानी उत्सव कहा गया है।
धर्म ग्रंथों में वैशाख मास का विशेष महत्व बताया गया है। भगवान विष्णु को प्रिय होने के कारण इस महीने को माधव मास भी कहते हैं। इस बार वैशाख मास की पूर्णिमा (Vaisakhi Purnima 2022) 15 और 16 मई को यानी 2 दिन रहेगी।
हिंदू पंचांग के अनुसार महीने के अंतिम दिन पूर्णिमा होती है। धर्म ग्रंथों में इस तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार 15 और 16 मई को वैशाखी पूर्णिमा (Vaishakh Purnima 2022) का योग बन रहा है।
काशी में स्थित बाबा विश्वनाथ मंदिर ने इतिहास में पहली बार सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। निर्माण के बाद से अप्रैल माह में श्रद्धालुओं ने करोड़ो रुपए का दान कर इतिहास रच दिया है। मंदिर प्रशासन में कई प्रकार से दान किया जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या कहते हैं। धर्म ग्रंथों में इस तिथि के स्वामी पितृ देवता बताए गए हैं। जब शनिवार को अमावस्या तिथि होती है तो इसे शनिश्चरी अमावस्या (Shanishchari Amavasya 2022) कहते हैं। शनिवार को अमावस्या होने से इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने संसदीय क्षेत्र गोरखपुर की बैठक में बहुत ही हल्के मूड में नजर आए। उन्होंने बैठक में लोगों से हंसी मजाक किया और इसी दौरान उन्होंने मेयर सीताराम जायसवाल पर चुटकी भी ली। योगी ने कहा कि सीताराम जी आप तो दान कर सकते हैं।