अंक ज्योतिष भी वैदिक ज्योतिष की तरह लोगों के आने वाले भविष्य के बारे में बताने का एक माध्यम है। वर्तमान में ये काफी प्रचलित है। इसमें किसी भी व्यक्ति के डेट ऑफ बर्थ के आधार पर मूलांक निकालकर प्रीडिक्शन की जाती है।
अंक शास्त्र के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन ये कैसे काम करता है, इसके बारे में कम ही लोगों को पता है। अंक शास्त्र पूरी तरह से डेट ऑफ बर्थ पर आधारित है। जन्म तारीख से ही मूलांक, जन्मांक आदि निकाले जाते हैं और गणना की जाती है।
महाशिवरात्रि के मौके पर एशियानेट न्यूज हिंदी ने अपने पाठकों के लिए एक स्पेशल क्विज बनाया था, जिसमें उन्हें कुछ सवालों के जवाब देने थे। इस क्विज में पाठकों ने काफी उत्साह से भाग लिया और सवालों के जवाब भी दिए।
फरवरी के अंतिम सप्ताह (20 से 26 फरवरी) में कई ग्रहों की युति बनेगी। इस सप्ताह कुंभ राशि में शनि-सूर्य और मीन में गुरु व शुक्र एक साथ रहेंगे। सप्ताह के पहले दिन सोमवती अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन कुंभ राशि में त्रिग्रही योग बनेगा।
Shukra Gochar February 2023: शुक्र ग्रह 15 फरवरी को कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर जाएगा। मीन शुक्र की उच्च राशि है। मीन राशि में जाने से शुक्र के शुभ प्रभाव में वृद्धि होगी और इसका फायदा कई राशि के लोगों को होगा।
Weekly Horoscope February 2023: साल 2023 के दूसरे महीने फरवरी का दूसरा सप्ताह 6 से 12 फरवरी तक रहेगा। इस सप्ताह के पहले ही दिन से यानी 6 फरवरी से हिंदू पंचांग का अंतिम महीना फाल्गुन शुरू हो जाएगा।
Weekly Horoscope February 2023: साल 2023 के दूसरे महीने फरवरी का पहला सप्ताह 30 जनवरी से 5 फरवरी तक रहेगा। ये पूरा सप्ताह माघ मास के शुक्ल पक्ष के अंतर्गत रहेगा। कई व्रत-त्योहार भी इस सप्ताह में मनाए जाएंगे।
Aaj Ka Rashifal: आज (21 जनवरी, शनिवार) माघ मास की अमावस्या तिथि है। ये तिथि शनिवार को होने से ये शनिश्चरी अमावस्या भी कहलाएगी। शनिवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से मातंग और इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से चर नाम के योग इस दिन बनेंगे।
Saphala Ekadashi 2022: साल 2022 की अंतिम एकादशी 19 दिसंबर, सोमवार को है। इस दिन एक नहीं कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इस एकादशी का महत्व और भी बढ़ गया है। इस एकादशी का नाम सफला एकादशी है। इस दिन व्रत करने से हर काम में सफलता मिलती है।
भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए कई तरह के मसालों का उपयोग किया जाता है जैसे राई, जीरा, नमक और मिर्च आदि। ये सभी मसाले हमारे किचन में हमेशा उपलब्ध करते हैं। इनमें से कुछ मसालों का उपयोग ज्योतिष व तंत्र उपायों में भी किया जाता है।