केरल सरकार ने संशोधित नागरिकता कानून को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी और शीर्ष न्यायालय से अनुरोध किया।
गोरखपुर शहर विधायक डॉ. अग्रवाल ने संपर्क कार्यक्रम के दौरान कहा, मैंने मुस्लिमों को भरोसा दिया कि CAA के तहत अगर मेरे निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर के किसी मुस्लिम नागरिक को बाहर किया जाता है तो मैं अपना इस्तीफा दे दूंगा।'
नागरिकता कानून को लेकर देशभर में कोई विरोध जता रहा है तो कोई इसके पक्ष में अपने विचार रख रहा है। ऐसे में बॉलीवुड में भी तमाम हस्तियों ने सीएए, एनआरसी को लेकर विरोध जताया तो कइयों ने सरकार के इस फैसला का हाथ फैलाकर स्वागत किया।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में आज दिल्ली में नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई। हालांकि, इस बैठक में कई बड़ी पार्टियों ने कांग्रेस की विपक्षी एकता को झटका दिखाते हुए किनारा कर लिया।
मध्य प्रदेश में मंदसौर जिले की सुवासरा सीट से विधायक हरदीप सिंह डांग ने CAA का समर्थन करते हुए कहा कि इसे और NRC को अलग-अलग देखने की जरुरत है।
नागरिकता कानून को लेकर अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले बीजेपी विधायक विक्रम सैनी ने कहा, पाकिस्तान को भी अपने यहां नागरिकता संशेधन कानून बनाना चाहिए। ताकि हिंदुस्तान के पीड़ित मुस्लिमों को वहां की नागरिकता मिल जाए। अदला बदली कर ली जाए। जो वहां पीड़ित हैं हिंदुस्तान आ लाएं और जो यहां पीड़ित हैं वो पाकिस्तान चले जाएं।
निर्धारित लोगों के यहां से जनसंपर्क के बाद मुख्यमंत्री दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि के संवाद भवन पहुंचेंगे। प्रबुद्ध गोष्ठी को संबोधित करेंगे। गोष्ठी में विस्तार से सीएए की जानकारी देंगे।
नागरिकता कानून पर जारी विवाद के बीच एक अहम बिंदु पर जोर दिया जाना चाहिए। दरअसल, यह कानून 1947 में हुए भारत के विभाजन के नतीजों से निपटने का ही तरीका है।
भाजपा इस अभियान के जरिए कानून के खिलाफ विपक्षी दलों के प्रचार को भी निशाने पर लेना चाहती है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कांग्रेस पर एक बार फिर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी को चुनौती भी दे डाली। शाह ने कहा, राहुल बाबा कानून पढ़ा है, तो कहीं पर भी चर्चा करने के लिए आ जाओ।