निर्भया के दोषियों को 3 मार्च की सुबह 6 बजे फांसी होनी है। लेकिन दोषियों के वकील एपी सिंह का कहना है कि उन्हें फांसी नहीं होगी। मौत की तारीख टल जाएगी। ऐसे में Asianet News ने वकील एपी सिंह से बात की। उनसे जाना कि आखिर वे दोषियों को क्यों बचा रहे हैं?
दोषी विनय शर्मा ने फांसी टालने के लिए एक और नया दांव चला है। उसके वकील एपी सिंह ने चुनाव आयोग में अर्जी दाखिल की है। जिसमें खारिज हुई विनय की दया याचिका को लेकर सवाल उठाया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइन तय की है। जिसमें कोर्ट ने शुक्रवार को आपराधिक मामलों की सुनवाई के लिए 6 महीने की समय सीमा निर्धारित की है। जिस दिन हाईकोर्ट मौत की सजा के मामले में फैसला सुनाएगा, उस दिन से अगले 6 महीने के अंदर मामले की सुनवाई करेगी।
निर्भया केस में दोषियों को फांसी देने में 7 साल से भी ज्यादा वक्त बीत गया। अभी उन्हें फांसी नहीं हुई। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे मामलों में नई गाइडलाइन तय की है। अगर कोई हाईकोर्ट किसी मौत की सजा की पुष्टि करना है और सुप्रीम कोर्ट इसकी अपली पर सुनवाई की सहमति जताता है तो 6 महीने के भीतर मामला सूचीबद्ध होगा।
निर्भया के दोषियों को फांसी हो जाए, इसके लिए मां आशा देवी 7 साल से कोर्ट के चक्कर काट रही हैं। गुरुवार को भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। निर्भया की मां ने कहा, सुप्रीम कोर्ट पर मुझे पूरा भरोसा है।
निर्भया केस में फांसी टालने के निचली अदालत के फैसले के खिलाफ दायर याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट बुधवार को अहम फैसला सुनाएगी। निर्भया के दोषियों को 1 फरवरी को फांसी होनी थी। पटियाला कोर्ट ने अगले आदेश तक फांसी पर रोक लगा दी थी।
आम आदमी पार्टी ने निर्भया मामले के दोषियों को फांसी दिए जाने में हो रहे विलंब का मुद्दा उठाते हुए राज्यसभा में मंगलवार को मांग की कि सजा की तामील के लिए राष्ट्रपति या भारत के प्रधान न्यायाधीश को हस्तक्षेप करना चाहिए।
बजट सत्र में मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा में निर्भया रेप केस का मामला उठा। लेकिन भाजपा ने फांसी में हो रही देरी के लिए दिल्ली की आप सरकार को ही जिम्मेदार ठहरा दिया।
निर्भया के दोषियों की फांसी की तारीख टालने के खिलाफ दायर याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। दोषियों को एक फरवरी को फांसी होनी थी, लेकिन दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वॉरंट को रद्द कर दिया था।
उत्तर प्रदेश के बलिया में किन्नर अनुष्का ने अपनी टीम के साथ मालगोदाम रोड स्थित शिव मंदिर में 'शिव तांडव नृत्य' किया। अनुष्का का कहना था कि फांसी पर लगने वाली बार-बार की रोक से दोषियों का मनोबल बढ़ रहा है, जो ठीक नहीं है।