एक तरफ जहां तिहाड़ जेल में निर्भया के चारों दोषियों को फांसी देने की तैयारी चल रही है। वहीं, यूपी के आगरा में अखिल भारतीय हिंदू महासभा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष मीना दिवाकर ने राष्ट्रपति के नाम अपने खून से पत्र लिखकर जिला प्रशासन को सौंपा है। इसमें उन्होंने निर्भया कांड के दोषियों को खुद फांसी के फंदे पर लटकाने की मांग की है।
निर्भया के दोषियों को जल्द ही फांसी हो सकती है। इस बीच तिहाड़ जेल से खबर आ रही है कि जहां फांसी दी जाती है, यानी जेल संख्या 3, वहां एक बार में दो ही लोगों को फांसी पर लटकाने की व्यवस्था है, ऐसे में फांसी घर के प्लेटफार्म की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है।
पहले माना जा रहा था कि निर्भया केस में चारों दोषियों को 16 दिसंबर तक फांसी दी जा सकती है। लेकिन अब इसमें पेंच फंसता नजर आ रहा है। दरअसल, इस मामले में चौथे दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 17 दिसंबर को दोपहर 2 बजे सुनवाई करेगा।
निर्भया से गैंगरेप फिर हत्या के दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 17 दिसंबर को दोपहर 2 बजे सुनवाई करेगा। चार दोषियों में से तीन की पहले ही पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी गई है। 3 जजों की बेंच ने पहले फैसला दिया था।
यूपी के मेरठ का रहने वाला पवन जल्लाद निर्भया गैंगरेप केस के दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाएगा। पवन को बुलाने के लिए तिहाड़ जेल से एक लेटर लिखा गया है। लेकिन इन सब के बीच पवन एक बात को लेकर परेशान है। उसने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने मार्मिक अपील भी की है। इसके लिए वह अब पत्र भी लिखेगा।
निर्भया गैंगरेप के गुनाहगारों को फांसी देने के लिए उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से जल्लाद भेजे जा सकते हैं। हालांकि फांसी में देरी होने की वजह तिहाड़ जेल में दरिंदों की कमी बताई जा रही थी। तिहाड़ जेल प्रशासन की मांह उत्तर प्रदेश जेल मुख्यालय ने मेरठ के जल्लाद को भेजने की मंजूरी दे दी है।
निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों को फांसी पर लटकाए जाने की अटकलें तेज है। इन सब के बीच चारों को एक साथ फांसी पर लटकाए जाने की चर्चा जोरों पर हैं। हालांकि इससे पहले देश के यरवदा जेल में 4 लोगों को एक साथ फांसी दी जा चुकी है।
माना जा रहा है कि निर्भया केस में चारों दोषियों को जल्द ही फांसी की सजा हो सकती है। लेकिन इन खबरों के बीच ही एक दोषी अक्षय कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की। याचिका में दिल्ली प्रदूषण का जिक्र किया गया।
निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों को 16 दिसंबर को सभी दोषियों को फांसी दी जा सकती है इसलिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने तख्त तैयार करके एक डमी का ट्रायल किया है। जिसमें जेल प्रशासन तमाम कवायदें कर रहा है। जेल प्रशासन फांसी के समय कोई भी खतरा मोल लेना नहीं चाहता है।
निर्भया के दरिंदों को फांसी पर लटकाने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। खबर सामने आई है कि तिहाड़ जेल में फांसी घर की सफाई शुरू हो गई है। इसके साथ ही सभी दरिंदों से पिछले पांच दिनों से कोई काम नहीं लिया जा रहा है। साथ ही उनका रोज मेडिकल टेस्ट कराया जा रहा है।