गोली की आवाज सुनकर जसरण का चाचा व गुरमुख का भाई अवतार सिंह दौड़ते हुए छत पर पहुंचे। सामने भतीजे की लाश देखकर वह भाई के हाथ से रायफल छीनने लगा। लेकिन, गुरमुख ने उस पर भी फायर झोंक दिया। गोली पैर में लगने से वह घायल हो गया। इतने में परिवार के अन्य लोग मौके पर पहुंच गए। यह देख गुरमुख ने अपने सीने में गोली मार ली। जिससे उसकी भी मौत हो गई।