सार
कोरोना वायरस फैलने की वजह से दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। इस दौरान लगातार घर में रहने के कारण लोग बोरियत के शिकार हो जाते हैं और ज्यादा शराब पीने लगते हैं।
हेल्थ डेस्क। कोरोना वायरस फैलने की वजह से दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। इस दौरान लगातार घर में रहने के कारण लोग बोरियत के शिकार हो जाते हैं और ज्यादा शराब पीने लगते हैं। शराब पीने से उनका मूड ठीक हो जाता है। वे बेहतर महसूस करने लगते हैं, लेकिन इससे उनके इम्यून सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है। एक स्टडी से यह बात सामने आई है कि शुरू में शराब के नशे में लोग उत्साहित महसूस करते हैं, लेकिन बाद में वे सुस्त और कमजोर पड़ जाते हैं।
द मायो क्लिनिक ने कराई स्टडी
यह स्टडी अमेरिका के द मायो क्लिनिक ने करवाई है। स्टडी से पता चला कि ज्यादा शराब पीने से इम्यून सिस्टम पर नेगेटिव असर पड़ता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि ज्यादा शराब पीने से वाइट ब्लड सेल्स की संख्या में कमी आ जाती है और एक खास तरह का प्रोटीन बढ़ जाता है, जिससे इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। इससे शरीर किसी संक्रमण से बचाव कर पाने में सक्षम नहीं रह जाता।
एक ड्रिंक से ज्यादा नहीं लें
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिन लोगों को शराब पीने की आदत है, उन्हें रोज एक ड्रिंक यानी एक पैग से ज्यादा नहीं शराब पीना चाहिए। कम शराब पीने से उसका असर बहुत खराब नहीं पड़ता। लेकिन जो लोग ज्यादा शराब पीने लगते हैं, उनके शरीर के सभी महत्वपूर्ण अंगों की कार्यप्रणाली पर इसका खराब असर पड़ता है। इससे रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता नहीं के बराबर रह जाती है और किसी भी तरह का संक्रमण जल्दी हो सकता है।
ज्यादा शराब पीने से हो सकता है निमोनिया
रिसर्चर्स ने अपनी स्टडी में पाया कि जो लोग ज्यादा शराब पीते हैं, उन्हें निमोनिया होने की संभावना ज्यादा होती है। कोरोना का संक्रमण होने पर निमोनिया के लक्षण सामने आते हैं। ज्यादा शराब पीने से लिवर, हार्ट और फेफड़ों पर भी खराब असर होता है। इसलिए कोरोना महामारी के दौरान ज्यादा शराब पीने से हर हाल में बचना चाहिए।