पेट्रोल डीजल के दाम मेंं फिर बदलाव देखने को मिला है। हालांकि दाम में परिवर्तन से कुछ राज्यों में पेट्रोल डीजल सस्ता हुआ है तो कुछ राज्यों में कीमतें बढ़ गई हैं। कुछ राज्यों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
दो दिनों से पूरे भारत में हिट एंड रन कानून को लेकर पूरे देश में राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया गया। इस बीच पेट्रोल डीजल की कमी के चलते पेट्रोल पंपों पर लंबी-लंबी कतारें लगी रही। ऐसे में जोमैटो के डिलीवरी बॉय ने इसका एक अनोखा रास्ता निकाला।
ड्राइवर्स के हड़ताल से पूरे देश में पेट्रोल-डीजल के लिए पंपों पर लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं। आवश्यक सामानों के लिए मारामारी मची हुई है।
नई भारतीय न्याय (दूसरी) संहिता 2023 में हिट एंड रन मामलों में 10 साल जेल और 7 लाख रुपए जुर्माना का प्रावधान किया गया है। इसके खिलाफ कई राज्यों में ड्राइवर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
मध्यप्रदेश में बस और ट्रका ड्राइवरों की हड़ताल लगातार दूसरे दिन भी जारी है। बसें नहीं चलने से लोगों को आवाजाही करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे ही हालात रहे तो निश्चित ही दैनिक आवश्यकताओं की चीजों के दाम भी बढ़ सकते हैं।
देशभर में जारी बस-ट्रकों की हड़ताल से आम आदमी की जिंदगी पर बुरा असर पड़ा है। एक तरफ जहां बस स्टैंडों पर यात्री परेशान होते दिखे, वहीं दूसरी ओर पेट्रोल पंपों पर लंबी-लंबी कतारें देखी गईं। फल-सब्जी के दाम भी आसमान पर पहुंच गए हैं।
प्रदेश में ट्रक ड्राइवर और मालिकों की हड़ताल के चलते पेट्रोल पंपों पर गाड़ियों की लाइन लग गई है। हर किसी को यह डर है कि हड़ताल जारी रही तो पेट्रोल डीजल खत्म हो जाएगा।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम हो सकती हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो तेल कंपनियों का प्रॉफिट दोनों ईंधन पर बढ़ गया है, जिसकी वजह से कीमतें कम हो सकती हैं।
पिछले कुछ समय से इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल कीमतों में बड़ी गिरावट देखी जा रही है। क्रूड के दाम घटकर 75 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गए हैं। ऐसे में आनेवाले समय में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी देखी जा सकती है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लंबे समय से कोई कटौती नहीं की गई है। हालांकि, आगामी लोकसभा चुनाव, कच्चे तेल के भाव में कमी और भारत के खाड़ी देशों से क्रूड के बड़े पैमाने पर आयात के चलते आने वाले समय में इसके दामों में कमी देखने को मिल सकती है।