असम में बाढ़ से राहत मिली है। इस समय बाढ़ प्रभावितों की संख्या घटकर 20000 हो गई है। एक जुलाई को एक आधिकारिक बुलेटिन में कहा गया कि असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है। प्रभावितों की संख्या घट गई है।
दक्षिण पश्चिम मानसून देश के अधिकांश राज्यों में बारिश करा रहा है। IMD की रिपोर्ट के अनुसार, आजकल में पूर्वी उत्तर प्रदेश, गुजरात, दक्षिणपूर्व राजस्थान, कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश संभव है।
देश के अधिकांश राज्यों में मानसून मेहरबान है। कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। IMD के अनुसार,आजकल में देश के शेष हिस्सों जैसे-राजस्थान और हरियाणा और पंजाब में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
बारिश का मौसम आते ही जर्जर और कमजोर बिल्डिंग्स गिरने का खतरा बढ़ गया है। मुंबई में फिर एक बिल्डिंग का हिस्सा गिरने से लोगों में डर बैठ गया। घाटकोपर ईस्ट में इमारत का एक हिस्सा गिर गया।
दक्षिण पश्चिम मानसून धीरे-धीरे देश के बाकी राज्यों में फैलता जा रहा है। ओडिशा के कुछ हिस्सों और गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
दक्षिण पश्चिम मानसून धीरे-धीरे देश के तमाम राज्यों में फैलता जा रहा है। मौसम विज्ञान विभाग(IMD) और निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर ने राजस्थान और मप्र सहित कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने गुजरात और राजस्थान में भारी तबाही मचाई है। राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। इस बीच मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
गुजरात और राजस्थान में तबाही मचाने वाला चक्रवाती तूफान बिपरजॉय(Cyclone Biparjoy) बेहद गंभीर चक्रवात से अब केवल दबाव(डिप्रेशन) तक सीमित रह गया है। चक्रवात के असर से उत्तर गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। वहीं, राजस्थान में भी बाढ़ आ गई।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय-Cyclone Biparjoy के असर से राजस्थान में भारी बारिश का दौर चल रहा है। तूफान के असर बिजली के खंभे उखड़ गए। जगह-जगह बाढ़ की स्थिति है। रेगिस्तान में बाढ़ दिख रही है।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के चलते अब राजस्थान में खतरा बना हुआ है। चक्रवात गुजरात के 940 से अधिक गांवों के ऊपर से होकर करीब 12 किमी प्रति घंट की रफ्तार से राजस्थान में प्रवेश कर गया।