चक्रवाती तूफान बिपरजॉय-Cyclone Biparjoy राजस्थान में प्रवेश कर चुका है। चक्रवात गुजरात के 940 से अधिक गांवों के ऊपर से होकर करीब 12 किमी प्रति घंट की रफ्तार से राजस्थान की तरफ बढ़ गया था।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) का खतरा बना हुआ है। इसके जखाऊ बंदरगाह से टकराने के साथ ही हवाओं की स्पीड 150 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। कच्छा और सौराष्ट्र के क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने हर तरफ कहर मचाकर रखा हुआ है। सबसे ज्यादा असर गुजरात और महाराष्ट्र में है। वहीं राजस्थान में भी मौसम विभाग ने हाई अलर्ट जारी कर रखा है।
केरल में दक्षिण पश्चिम मानसून की दस्तक के साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि यह धीरे-धीरे देश के बाकी हिस्सों में फैलने लगेगा। 12 जून तक सिक्किम और उत्तर पूर्वी राज्य के बाकी हिस्सों में मानसूनी बारिश होने लगेगी।13 जून से लू का असर भी कम हो सकता है।
जून में भी देश का मौसम बिगड़ने की संभावना बनने लगी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) के मुताबिक दक्षिणपूर्व अरब सागर के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र 6 जून की शाम चक्रवाती तूफान बिपरजॉय(Biparjoy or Biporjoy) में बदल गया है।
भारत मौसम विभाग(IMD) के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मानसून तय तारीख पर केरल नहीं पहुंच सका है। इसे 4 जून को यहां पहुंच जाना था। विभाग ने तीन से चार दिनों की और देरी की आशंका जताई है।
राजस्थान में बेमौसम हो रही आंधी बारिश ने एक फिर कहर बरपाया है। शहर में चल रही तेज अंधड़ और बारिश ने एक मासूम सहित 5 लोगों की जान ले ली। मासूम अपने पिता की गोद में बैठा था कि तभी आकाशीय बिजली गिरी और बेटे की जान चली गई, वहीं पिता बचे।
भारत मौसम विभाग(IMD) और प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर क अनुसार, आजकल में राजस्थान और मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और धूल भरी आंधी चलने की संभावना है।
दक्षिण पश्चिम मानसून दक्षिण अरब सागर, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के कुछ हिस्सों और दक्षिण बंगाल की खाड़ी और पूर्वी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है। हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी चल सकती है।
भारत मौसम विभाग(IMD) और स्काईमेट वेदर के अनुसार, आजकल में राजस्थान, दक्षिण कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और पश्चिमी हिमालय के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पश्चिमी हिमालय के ऊपरी इलाकों में छिटपुट हिमपात संभव है।