कुछ ज्योतिषीय उपायों में वनस्पतियों जैसे- पौधों की जड़, टहनी व लकड़ी आदि का भी प्रयोग किया जाता है।
प्रत्येक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए व्रत किया जाता है। इसे विनायकी चतुर्थी कहते हैं। इस बार ये व्रत 29 दिसंबर, रविवार को है।
विवाह, जन्मदिन या किसी अन्य शुभ अवसर पर उपहार देने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। काफी लोग देवी-देवताओं की मूर्तियां भी उपहार में देते हैं।
हर प्रेग्नेंट महिला चाहती है कि उसकी होने वाली संतान हेल्दी और किस्मत वाली हो। उसके जीवन में कभी कोई परेशानी न हो।
भगवान श्रीगणेश के विभिन्न स्वरूप समस्त दिशाओं में हमारी रक्षा करते हैं। अगर आप वास्तु देवता को प्रसन्न करना चाहते है तो गणेश जी की पूजा अत्यंत शुभ फल देती है।
प्रत्येक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए व्रत किया जाता है। इसे विनायकी चतुर्थी कहते हैं। इस बार ये व्रत 31 अक्टूबर, गुरुवार को है।
हर पति-पत्नी यही चाहते हैं कि उनकी संतान स्वस्थ और सुंदर और सौभाग्यशाली हो। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके यहां संतान का जन्म नहीं हो पाता। इसके कई कारण हो सकते हैं।
धर्म ग्रंथों के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 17 अक्टूबर, गुरुवार को है।
17 अक्टूबर, गुरुवार को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व में मुख्य रूप से भगवान श्रीगणेश व चंद्रदेव की पूजा की जाती है।
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी (इस बार 12 सितंबर, गुरुवार) का पर्व मनाया जाता है।