चीन से चल रहे सीमा विवाद के बीच वायुसेना की ताकत में और इजाफा होने वाला है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नवंबर के पहले हफ्ते तक भारत के अंबाला एयरबेस पर 3-4 नए राफेल आ जाएंगे। यह राफेल विमानों का दूसरा बैच होगा।
पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के खत्म करने के लिए भारत ने सोमवार को चीन के साथ सातवें दौर की सैन्य वार्ता की। दोनों देश एक-दूसरे से सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत जारी रखने के लिए सहमत हुए हैं। प्रवक्ता ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से चर्चाएं सकारात्मक रहीं हैं।
भारत-चीन सीमा तनाव के बीच वायुसेना प्रमुख आर.के.एस भदौरिया का सोमवार को बड़ा बयान सामने आया है। वायुसेना चीफ ने कहा है कि भारतीय सेना और वायुसेना उत्तर भारत के लद्दाख क्षेत्र में दोनों मोर्चों पर युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है।
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा तनाव पर 5 महीनों से जारी तनाव के बीच भारतीय सेना ने 14 हजार 500 फीट की ऊंचाई पर टी-90 और टी-70 टैंक तैनात कर दिए हैं। सेना द्वारा युद्ध जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए चुमार-डेमचोक एरिया में ये टैंक बड़ी संख्या में तैनात किए गए हैं।
भारत-चीन सीमा तनाव के बीच बुधवार को दोनों देश राजनायिक और सैन्य स्तर पर परामर्श और बातचीत में सहयोग जारी रखने के लिए सहमत हुए। इसी को लेकर भारत और चीन के बीच एक वर्चुअल बैठक हुई है। इसपर भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है। बयान में मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि वर्चुअल बैठक में दोनों देशों इस बात पर सहमत हुए हैं कि वरिष्ठ कमांडरों की बैठक का अगला (7 वां) दौर जल्द आयोजित किया जाएगा। इस दौर में भी दोनों देश अपने सैनिकों के जल्द सीमा से हटाने की दिशा में काम करेंगे।
मंगलवार को भारत और चीन 4 महीने से चल रहे सीमा विवाद पर बातचीत जारी रखने और किसी भी स्थिति की उग्रता से बचने के लिए सहमत हो गए हैं। इस संबंध में सोमवार को भी दोनों देशों के बीच कॉर्प्स कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी जो बेनतीजा निकल गई थी।
भारत - चीन सीमा विवाद के बीच भारतीय वायुसेना ने सीमा पर लड़ाकू विमानों की तैनाती कर ली है जिनमें दुनिया का सबसे तेज लड़ाकू विमान रफाल भी शामिल है। वायुसेना इन विमानों का परिचालन पूर्वी लद्दाख में चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास अपने एक एयरबेस से कर रही है।
भारत - चीन सीमा तनाव के बीच दोनों देशों के कमांडर की आज मीटिंग हो रही है। मीटिंग में विदेश मंत्रालय (Ministry of Foreign affairs) के एक अफसर भी शामिल हैं। पूर्वी लद्दाख में चीन की घुसपैठ की कोशिशों की वजह से पिछले 4 महीनों से तनाव बना हुआ है। 29 अगस्त से 8 सितंबर के बीच अब तक दोनों के बीच 3 बार गोलियां चल चुकी हैं।
चीन से सीमा विवाद के बीच भारतीय सेना (Indian Army) ने लद्दाख के पूर्वी क्षेत्र की 6 चोटियों पर बीते 3 हफ्तों में कब्जा कर लिया है। ये चोटियां वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएएसी) वाले क्षेत्र में आती हैं। सूत्रों के मुताबिक इन चोटियों पर चीन की सेना की नजर थी लेकिन उससे पहले ही भारतीय सेना ने इनपर कब्जा कर लिया है। ये सभी चोटियां भारतीय सीमा के अंदर हैं।
भारत-चीन सीमा विवाद के बीच भारतीय सेना प्रमुख (Army chief) जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (एम.एम.नरवणे) गुरुवार से सुरक्षा बलों के ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लेने के लिए जम्मू कश्मीर में श्रीनगर दौर पर हैं। वे यहां लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) का जायजा लेंगे। दो मोर्चों पर तैयारी के लिए सेना प्रमुख का यह दौरा काफ़ी अहम माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक चीन से हुई झड़प के बाद से पाकिस्तान ने भी भारतीय सीमा के इलाक़ों में सैन्यबल बढ़ा दिया है।