2 मार्च को दिल्ली में G-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक में चीन के विदेश मंत्री किन गैंग शामिल होंगे। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भी भारत की यात्रा करने वाले हैं। वह एक मार्च को आएंगे।
अमेरिकी विदेश विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका इस बात को लेकर काफी चिंतित है कि चीन द्वारा भारत के निकटवर्ती पड़ोसी देश पाकिस्तान और श्रीलंका को दिए जा रहे कर्ज का इस्तेमाल दबाव बनाने के लिए किया जा सकता है।
UNGA ने गुरुवार (23 फरवरी) को यूक्रेन को लेकर एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है। अपने सहयोगियों की मदद से बनाया गया यूक्रेन का यह प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा में 141-7 से पारित हुआ। भारत और चीन ने इस प्रस्ताव में वोटिंग नहीं की।
अमेरिकी सिनेट में डेमोक्रेट और रिपब्लिकन सीनेटरों द्वारा एक प्रस्ताव पेश कर अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा बताया गया है। इसके साथ ही कहा गया है कि चीन खतरा बन गया है। अमेरिका ने LAC पर चीन की आक्रामकता की नींदा की है।
लीथियम एक नॉन फैरस मेटल (Non Ferrous Metal) है। इसे मोबाइल, लैपटॉप, इलेक्ट्रिक वाहनों समेत कई कई अलग-अलग चीजों की बार-बार चार्ज की जाने वाली बैट्ररी बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
अमेरिका में भारतीय मूल के 3 लोगों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। ;ये हैं-भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति, डॉ. अमी बेरा और कांग्रेसी रो खन्ना। पढ़िए किसे क्या जिम्मेदारी मिली है।
मध्य प्रदेश में खेलो इंडिया यूथ गेम्स (Khelo India Youth Games) का आयोजन चल रहा है और 30 जनवरी से शुरू हुआ यह टूर्नामेंट 11 फरवरी तक चलेगा। मध्य प्रदेश के 8 शहर इन खेलों की मेजबानी कर रहे हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन ने 1962 में भारत की जमीन पर कब्जा किया था। वह इसे ऐसे बताते हैं जैसे कब्जा कल-परसों हुआ है।
भारत के बाद चीन कर्ज में डूबे श्रीलंका की मदद के लिए आगे आया है। चीन ने आईएमएफ के 2.9 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज के लिए जरूरी वित्तीय आश्वासन दिया है। इसके साथ ही चीन कर्ज का भुगतान कुछ समय बाद लेने के लिए राजी हो गया है।
यूपी के वाराणसी में प्राचीन काल के चित्रकला इस्तेमाल होने वाले तकनीक को फिर जीवंत करने के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने शोध किया है। बता दें कि शिक्षा मंत्रालय ने BHU के दो वैज्ञानिकों को यह प्रोजेक्ट सौंपा है।