भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है। बजट से ठीक पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF ने अगले दो वित्त वर्ष के दौरान भारतीय इकोनॉमी के 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है। पहले ये 6.3% था।
भारत की अर्थव्यवस्था के लिए खुशखबरी है। वर्ल्ड बैंक ने अपनी 'ग्लोबल इकोनॉमिक रिपोर्ट' में वित्त वर्ष 2025-2026 में GDP ग्रोथ का अनुमान 6.5% बताया है। वर्ल्ड बैंक का कहना है कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज गति से आगे बढ़ेगा।
भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत की राजकोषीय नीति की तारीफ की है। आईएमएफ ने अपनी एनुअल कंसल्टेशन रिपोर्ट में भारत को स्टार परफॉर्मर बताया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था ने रविवार (19 नवंबर) को बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
मॉर्गन स्टैनली की ताजा रिपोर्ट (Morgan Stanley Report) में भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ की गई है। रिपोर्ट में इंडियन इकॉनमी में हुए 10 बड़े बदलावों का जिक्र किया गया है। साथ ही एक दशक से भी कम समय में भारत में कैसे बदलाव हुआ, यह भी बताया गया है।
वित्त मामलों के प्रमुख जानकार रघुराम राजन (Raghuram Rajan) मोदी सरकार के प्रखर आलोचकों में शुमार किए जाते हैं। वे अपने विचार खुलकर रखते हैं। देश के पूर्व गर्वनर और प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ने कहा कि सरकार को ‘k’ आकार की अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार को रोकने के लिए कुछ और उपाय करने की जरूरत है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेश शेयर और बांड के रूप में होता है। एफपीआई निवेशक अपने निवेश में अधिक निष्क्रिय स्थिति में रहते हैं।
कोरोना महामारी में जब पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था बेहद खराब स्थिति से उबरने से जद्दोजहद कर रही है तो उस वक्त भारतीय अर्थव्यवस्था की साख विदेशी निवेशकों की नजर में बढ़ी है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में भारतीय इक्विटी बाजारों में भारी विदेशी निवेश इस बात की गवाही दे रहा है।
भारत 2025 तक ब्रिटेन को पीछे छोड़ कर फिर दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2030 तक तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। यह बात सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) की रिपोर्ट में कही गई है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में आ सकती है गिरावट, वैश्विक रेटिंग एजेंसी 'मूडीज' ने शुक्रवार को चालू वित्तीय वर्ष में 11.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया है।