मूंगा एक प्रकार का रत्न है, जो समुद्र से प्राप्त होता है। ये मंगल का रत्न है। मंगल ग्रह से संबंधित शुभ फल पाने के लिए इसे पहना जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि और मंगल एक-दूसरे के शत्रु ग्रह हैं। जिस व्यक्ति की कुंडली में ये दोनों ग्रह एक ही भाव में होते हैं, उन्हें अपने जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इस बार 14 नवंबर, शनिवार की दीपावली है। इसी दिन शाम को करीब 7 बजे मंगल ग्रह मीन राशि में मार्गी हो रहा है। 23 दिसंबर तक मंगल इसी राशि में मार्गी रहेगा। इसके बाद ये ग्रह अपनी राशि मेष में प्रवेश करेगा।
4 अक्टूबर, रविवार को मंगल ग्रह टेढ़ी चाल से चलता हुआ अपनी राशि मेष से निकलकर एक राशि पीछे यानी मीन में चला जाएगा। मंगल इस राशि में 23 दिसंबर तक रहेगा। जिसका शुभ-अशुभ असर सभी राशियों पर रहेगा।
ज्योतिष के अनुसार मिट्टी को मंगल का कारक बताया गया है। इसके उपयोग से मंगल के दोष खत्म होते हैं। इसलिए मिट्टी को बहुत ही खास माना जाता है।
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल और चंद्र की युति होती है तो ये बहुत शुभ मानी जाती है।
जून 2020 में चंद्र के अलावा तीन ग्रहों का राशि परिवर्तन होगा। शनि, राहु-केतु राशि नहीं बदलेंगे और बुध मार्गी से वक्री होगा। शुक्र वक्री से मार्गी होगा।
मार्च 2020 में सूर्य, चंद्रमा मंगल, गुरु और शुक्र ग्रह राशि बदलेंगे। बुध कुंभ राशि में वक्रीय होगा। शनि, राहु और केतु अपनी राशि में स्थिर रहेंगे। इन ग्रहों के राशि बदलने से सभी लोगों पर इसका शुभ-अशुभ असर देखने को मिलेगा।
रोवर को लॉस एंजिलिस के पास पासाडेना में जेट प्रपल्शन लैबोरेटरी के विशाल कक्ष में तैयार किया गया, जहां इसके चालक उपकरण का पिछले हफ्ते सफल परीक्षण किया गया था
25 दिसंबर, बुधवार को ग्रहों का सेनापति मंगल राशि बदलेगा। मंगल मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार मंगल की शुभ-अशुभ स्थिति की वजह से भूमि से संबंधित काम खासतौर पर प्रभावित होते हैं।