दोस्त के आम खाने से नाराज दो भाइयों ने रविवार को पेंचकस से उसकी आंखें फोड़ दी। 6 साल का साहिल जब बेहोश होकर जमीन पर गिरा तो दोनों ने हाथ-पैर पकड़कर उसको पास के तलाब में फेंक दिया। वो मर चुका था। मामला जांजगीर चांपा जिले के डभरा थाने की है।
सोमवार को चमकी (एईएस) के चलते हुई बच्चों की मौत के संबंध में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार को नोटिस दिया है।
एक युवक ने अपने प्राइवेट पार्ट में ऐसा इंजेक्शन लगवाया, जिसकी वजह से शरीर में कई साइड इफेक्ट्स सामने आए। बाद में इस शख्स को कई दिक्कतें हुईं और धीरे-धीरे तड़प-तड़पकर उसकी मौत हो गई।
यूपी के जिले शाहजहांपुर में पुलिस ने सात सालों बाद मुरादाबाद के गैंगस्टर मुकेश यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी ने खुद की ही मौत का खेल रचा ताकि वह अपने ऊपर दर्ज मुकदमों से बचने के साथ-साथ एलआईसी की पॉलिसियों में मोटी रकम हासिल कर सकें।
यह गांव चिड़ियों के सुसाइड प्वाइंट नाम से चर्चित हो गया है। यहां चिड़ियों की उड़ने के दौरान मौत हो जाती है। दावा किया जाता है कि सितंबर से नवंबर के बीच ऐसी घटनाएं अधिक होती हैं, वह भी शाम 7 बजे से रात बजे के बीच।
अमरीकी विशेषज्ञ ने दावा किया है कि एलियंस (Aliens) धरती पर आकर गंभीर बीमारी फैला रहे हैं। यह बीमारी उनके शक्तिशाली विमान यूएफओ (UFO) के जरिए फैलाई जा रही है। यह बीमारियां कुछ-कुछ हवाना सिंड्रोम से मिलती जुलती हैं।
साल 2021 में देश में कोरोना संक्रमण के मामले मार्च महीने के शुरु होते ही बढ़ने लगे थे । वहीं महीने के आखिर तक हालात बेकाबू हो गए थे। प्रदेश सरकारों ने अप्रैल से ही पाबंदियां लगानी शुरू कर दी थी। वहीं कोरोना की विनाशकारी दूसरी लहर अप्रैल और मई में अपने चरम पर पहुंच गई थी।
जादू-टोना और तंत्र-मंत्र के जरिए भविष्यवाणी करने वाले एक वुडु प्रैक्टिशनर का ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उसने पिछले साल 24 अगस्त को ट्वीट किया था कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मौत 8 सितंबर को होगी।
एक मुर्गे की बहादुरी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, यूपी के प्रतापगढ़ जिले में एक मुर्गा मालिक के मेमने को बचाने के लिए आवारा कुत्तों से भिड़ गया। मेमने को तो उसने बचा लिया, मगर खुद मौत की नींद सो गया।
नर्गिस दत्त का उर्दू में एक आर्टिकल उस वक्त छपा था, जिस वक्त मीना कुमारी की मौत हुई थी। अपनी खास दोस्त की मौत पर नर्गिस की आंखों में आंसू थे, लेकिन इस बात की ख़ुशी भी थी कि वे प्रताड़ना से मुक्त हो गई थीं।