यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को राजनीति के क्षेत्र में सीएनएन न्यूज-18 ने ‘इंडियन ऑफ द ईयर 2022’ अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में सीएम योगी खुद तो शामिल नहीं हो पाए लेकिन उन्होंने अवार्ड को पीएम मोदी समेत जनता को समर्पित किया है।
समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव का सोमवार 10 अक्टूबर को निधन हो गया। वे 82 साल के थे। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। मुलायम सिंह यादव अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। देश की राजनीति में उनका परिवार सबसे बड़ा है। यादव परिवार के 25 से ज्यादा लोग राजनीति में सक्रिय हैं। आइए जानते हैं चुनिंदा सदस्यों के बारे में।
मुलायम सिंह यादव 82 साल के थे। यूरिन संक्रमण, ब्लड प्रेशर की समस्या और सांस लेने में तकलीफ के चलते गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। 10 अक्टूबर, 2022 को उनका निधन हो गया। जानें नेताजी के एजुकेशन से जुड़ी खास बातें..
पूर्व रक्षा मंत्री और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव बीते कुछ दिनों से गुरुग्राम स्थित मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती थे। उनके निधन की खबर सामने आने के बाद से समर्थकों में शोक की लहर के साथ हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है।
राजस्थान की सियासत और अशोक गहलोत-सचिन पायलट के चक्कर में सरकारी अफसरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दोनों नेताओं के गुट के चक्कर में नेताओं के इशारों पर खुलेआम और चुपचाप कई असपर निपटाए गए। किसी का लाइन हाजिर किया तो किसी को सस्पेंड कर दिया गया।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक व पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव की सेहत को लेकर लगभग हर नेता उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए कामना कर रहा है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार राजनीतिक लिहाज से देखा जाए तो यह तस्वीर काफी सुखद है।
दिल्ली शराब नीति में अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने दिल्ली, पंजाब और हैदराबाद में 35 स्थानों पर छापेमारी की।
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि केंद्र सरकार किसानों का नुकसान करने के लिए जानबूझकर लम्पी वायरस लाई है। उन्होंने भारत में लम्पी वायरस के प्रकोप के लिए अफ्रीका से चीता लाये जाने को जिम्मेदार बताया।
राजस्थान में रविवार से सियासी घमासान जारी है। जिसके चलते हुए कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बीच आंतरिक कलह खुलकर सामने आई। इसके बाद आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है। हर नेता किसी को कुछ भी बोल रहा है, अब पायलट गुट के माने जाने वाले नेता ने गहलोत खेमें के नेता को दलाल कह दिया।
राजस्थान का सियासी पारा ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली में बैठे पार्टी आलाकामान के रुख के बाद अब अशोक गहलोत खेमे के मंत्री विधायक सचिन पायलट का खुलकर विरोध करने लगे हैं। मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा सोनिया गांधी ऐसे कैसे उस आदमी को मुख्यमंत्री बना सकती हैं जिसके पास महज 18 विधायक हैं।