जनरल कृष्णास्वामी 'सुंदरजी' सुंदरराजन एक विवादास्पद व्यक्ति बने हुए हैं। कई लोगों द्वारा उन्हें सिर्फ इसलिए बदनाम किया गया क्योंकि वह तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के खिलाफ खड़े हुए थे।
केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने पर विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया है।
कैंब्रिज में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान को लेकर BJP नेता हमलावर हैं। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने राहुल को ऐसा नेता बताया है जिसे देश की समस्याओं की जानकारी नहीं है। वहीं, संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस अपने लोगों के फोन भी टेप कराती थी।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा दो दिन बाद राजस्थान के दौसा जिले में पहुंच जाएगी। गांधी परिवार का दौसा से बहुत ही खास कनेक्शन है। यहां इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी तक आ चुकी हैं। राजीव गांधी तो यहां एक बार रात 12 बजे पहुंचे थे।
कांग्रेस पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी अपना 76वां जन्मदिन मनाने राजस्थान के रणथंबोर आई हुई है। 37 साल पहले भी इसी तरह पूरा परिवार एक साथ जुड़ा था, पर इस बार राजीव गांधी नहीं थे। कयास लगाए जा रहे है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम रणथंबोर में ही हो सकता है डिसाइड।
तमिलनाडु के श्रीपेरमबुदुर में चुनावी अभियान के दौरान LTTE (Liberation Tigers of Tamil Eelam ) की आत्मघाती महिला हमलावर धनु ने राजीव गांधी की 21 मई 1991 को हत्या कर दी थी। ट्रायल कोर्ट ने राजीव गांधी की हत्या की साजिश में शामिल 26 दोषियों को मौत की सजा सुनाई थी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राजीव गांधी हत्याकांड की सजा काट रहे छह दोषियों को जेल से रिहा कर दिया गया था। तमिलनाडु की अलग-अलग जेलों से नलिनी श्रीहरन, उसके पति वी श्रीहरन, संथन, रॉबर्ट पायल, जयकुमार व रविचंद्रन को रिहा किया गया था।
राजीव गांधी की हत्या के आरोप में उम्र कैद की सजा काट रहे नलिनी श्रीहरण, रविचंद्रन, मुरुगन, संथन, जयकुमार और रॉबर्ट पॉयस को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा करने का आदेश दिया है। इससे पहले मई में सुप्रीम कोर्ट पेरारिवलन को पहले ही रिहा कर चुकी है।
सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाते हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारे नलिनी समेत सभी 6 दोषियों को रिहा करने के आदेश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को अपने फैसले में साफ कहा कि लंबे समय से राज्यपाल ने इस पर कदम नहीं उठाया,इसलिए अब वो उठा रही है। इसके बाद सभी को रिहा कर दिया गया।
कांग्रेस ने कहा कि जनहित के जरूरी मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए केंद्र ने ऐसा कदम उठाया है। मोदी सरकार लगातार कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश रच रही है। वह देश को मुख्य मुद्दों से गुमराह कर रही है।