Budh Vakri 2022: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर ग्रह को एक विशेष पद दिया है जैसे सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है मंगल को सेनापति। उसी तरह बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। ये ग्रह 23 दिनों में राशि बदलता है।
साल 2022 के नौवे महीने सितंबर का तीसरा सप्ताह (12 से 18 सितंबर 2022) तक रहेगा। इन 7 दिनों में कई प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे, वहीं ग्रह-नक्षत्रों की चाल भी बदलेगी, जिसका असर सभी लोगों पर होगा।
साल 2022 का नौवां महीना सितंबर इस सप्ताह शुरू होने वाला है। हालांकि शुरूआत 3 दिन अगस्त के रहेंगे। धार्मिक दृष्टिकोण से ये सप्ताह काफी महत्वपूर्ण रहेगा। इन 7 दिनों में कई प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे, वहीं ग्रह-नक्षत्रों की चाल भी बदलेगी।
23 अगस्त, मंगलवार को अजा एकादशी और बछबारस का पर्व मनाया जाएगा। मंगलवार को पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से चर और उसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा सिद्धि और व्यातीपात नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
टैरो कार्ड से कोई भी व्यक्ति अपने भूत भविष्य एवं वर्तमान के विषय में आसानी से जान सकता है। यह ज्योतिष का ही एक प्रकार है। टैरो कार्ड रीडिंग में कुल 78 टैरो कार्ड का प्रयोग किया जाता है। यह सभी दो भागों में विभाजित होते है।
साल 2022 के आठवें महीने अगस्त का चौथा सप्ताह 22 से 28 अगस्त तक रहेगा। इस सप्ताह में कई प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे, वहीं ग्रह-नक्षत्रों की चाल में भी परिवर्तन देखने को मिलेगा। कई शुभ योग भी इस सप्ताह में बनेंगे।
टैरो कार्ड्स का टैरो शब्द टैरोटी से आया है। इसका मतलब कार्ड्स के पीछे दिखने वाली क्रॉस लाइन से होता है। टैरो कार्ड में कुल 78 कार्ड्स होते है जिन्हे दो भागों में बांटा गया है। पहला मेजर आर्काना और दूसरा माइनर आर्काना है।
टैरो कार्ड्स ताश के पत्तों की तरह दिखाई देते हैं। टैरो कार्ड के ऊपर कुछ रहस्यमय प्रतीकात्मक चिह्न बने होते हैं जो भविष्य में होने वाली घटनाओं को ओर इशारा करते हैं। जब कोई व्यक्ति प्रश्न पूछता है तो इन्हीं चिह्नों के आधार पर उनका उत्तर दिया जाता है।
साल 2022 का आठवां दूसरा सप्ताह 8 से 14 अगस्त तक रहेगा। इस सप्ताह में कई प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे, वहीं ग्रह-नक्षत्रों की चाल में भी परिवर्तन देखने को मिलेगा। सप्ताह के पहले ही दिन 8 अगस्त को सावन का अंतिम सोमवार रहेगा।
अंक ज्योतिष यानी न्यूमरोलॉजी के अनुसार, का प्रयोग विशेष रूप से अंकों के माध्यम से व्यक्ति के भविष्य की जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है। अंक ज्योतिष में की जाने वाली गणना ज्योतिष शास्त्र में अंकित नव ग्रहों के साथ मिलाप करके की जाती है।