उत्तर प्रदेश पुलिस लॉकडाउन में लोगों की मदद के लिए काफी तत्पर नजर आरही है। लॉकडाउन के दौरान पुलिस द्वारा किए जा रहे मदद के कार्यों की सराहना भी हो रही है। किसी भी परेशानी के लिए लोग इमरजेंसी सर्विस यूपी 112 डायल कर के मदद ले रहे हैं। अब पुलिस की ओर से एक नया नंबर जारी किया गया है
इंसानियत का अनोखा उदाहरण सामने आया है। दो माह पहले मायके गई महिला के पति की अकस्मात मौत हो गई। उसे सूचना मिली लेकिन वह लॉकडाउन के कारण घर नहीं जा पा रही थी। उसने पुलिस से मदद मांगी। जिसके बाद पुलिस ने महिला को खुद से गाड़ी की व्यवस्था कराकर उसके घर पहुंचाया
कोरोना की वजह से बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। ऐसे में सभी लोग अपने घरों में सेल्फ आइसोलेशन में हैं। लोग घरों में रहकर अब परेशान होने लगे हैं, इसकी वजह से सभी घर से बाहर आने लग रहे हैं।
बीमार बेटे की तबियत खराब होने पर मां को 30 किमी पैदल चलकर अस्पताल जाना पड़ा। इतनी लम्बी दूरी तक बेटे को लेकर जाने से मां की तबियत भी बिगड़ गई। हांलाकि इलाज के बाद मां-बेटे दोनों स्वस्थ हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश के प्रधानमंत्री ने 24 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन का एलान किया और सभी नागरिकों से घर के अंदर रहने की अपील की। इससे 4 दिन पहले ही राजस्थान के भीलवाड़ा में कर्फ्यू लगा दिया गया था। भारत में जिन शहरों में सबसे पहले कोरोना के मामले सामने आए भीलवाड़ा उनमें से एक हैं।
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिल श्रीवास्तव ने कहा कि छात्रावासों में रह रहे विद्यार्थी अपनी सुरक्षा के लिए वहीं रुके रहें। उन्होंने कहा, ‘‘हमने राज्य सरकारों से प्रवासी कामगारों के लिए भोजन और आश्रय की व्यवस्था करने को कहा है।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दौरान वायु प्रदूषण से सर्वाधिक प्रभावित रहने वाले चार महानगरों दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और पुणे में हवा की गुणवत्ता बेहतर हुयी थी। इन शहरों में वायु प्रदूषण के प्रमुख कारकों (पीएम 10, पीएम 2.5 और एनओ) के उत्सर्जन में 15 से 50 प्रतिशत तक गिरावट दर्ज की गयी है।
पत्तन मंत्री माइकल लोबो ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार जल्द ही निजी क्षेत्र की कपंनियों को आदेश जारी कर कर्मचारियों को पूरे वेतन का भुगतान करने को कहेगी। लोबो ने कहा, ‘‘यदि हम चाहते हैं कि लोग घरों के भीतर ही रहें तो हमें देखना होगा कि उन्हें आवश्यक वस्तुएं मिलती रहें और इसके लिए लोगों के पास पैसा होना जरूरी है।’’
देश में कोविड-19 महामारी की वजह से पूरी तरह बंद के कारण पश्चिम बंगाल के कई कामगार वापस नहीं आ सके और विभिन्न जगहों पर फंस गये हैं।’’ ममता बनर्जी का यह पत्र महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, दिल्ली, ओडिशा, कर्नाटक और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को मिला है।
लॉकडाउन के चलते एमपी बीजेपी के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपने आपको घर में ही कैद कर लिया है। वह अपने पोते-पोती के साथ वक्त बिता रहे हैं। इतना ही नहीं बच्चों की जिद पर उनके लिए घोड़ा भी बन जाते हैं।