22 मार्च को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे राज्य में 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया था। लॉकडाउन के पहले दिन प्रायः सभी जिलों में लॉकडाउन की स्थिति खराब रही। कई जगह बस, ऑटो व अन्य यात्री वाहन चलते रहे। लेकिन दूसरे दिन लॉकडाउन का असर बिहार के सभी जिलों में दिखा।
भारत पर कोरोना का संकट बढ़ता ही जा रहा है। पूरे देश में संक्रमण के 500 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, वहीं, 11 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार को लॉकडाउन तक का फैसला करना पड़ा।
आदेश में कहा गया है कि ठेकों में अधिकतम भुगतान एकमुश्त आधार पर दिए गए ठेकों के मूल्य के 70 प्रतिशत तक सीमित होगा। एक अधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसी भी ठेके में मजदूरी प्रमुख घटक है। उन्होंने कहा कि इसलिए श्रमिकों को 100 प्रतिशत वेतन देने के लिए, इसे कुल ठेका मूल्य का 70 प्रतिशत रखा गया है।
परिवार और रिश्तेदारों ने शादी की पूरी तैयारियां कर ली थीं। खाने से लेकर दान दहेज तक की पूरी तैयारियां कर ली गई थी, लेकिन बारात कोरोना से हुए लॉकडाउन के कारण नहीं आ सकी। बेटी की बरात न आने से उसके घर वाले उदास हो गए
हुबेई प्रांत और वुहान शहर की कुल 5.6 करोड़ की आबादी को 23 जनवरी से कड़े लॉकडाउन में रखा गया है। लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गयी । अखबार पीपुल्स डेली के मुताबिक एक सरकारी नोटिस में कहा गया है कि हुबेई प्रांत के अन्य हिस्से में रह रहे लोग बुधवार से ‘ग्रीन हेल्थ कोड’ के साथ यात्रा कर सकेंगे ।
कोरोना वायरस की वजह से 16 से अधिक राज्यों में लॉकडाउन किया गया है। पंजाब और महाराष्ट्र सहित मध्य प्रदेश के कई शहरों में लॉकडाउन फेल होने पर कर्फ्यू लगाने की नौबत आ गई। लोगों को घर के अंदर ही रहना पड़ा है।
लॉकडाउन का अनुपालन कराने के लिए मुख्य सचिव और डीजीपी ने सभी प्रमंडलीय आयुक्त, डीएम और एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर करने का निर्देश दिया। यदि कहीं कोई लॉकडाउन को तोड़ता नजर आएगा तो उसपर आईपीसी की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
केंद्र सरकार के एक शीर्ष पदाधिकारी ने कुछ मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात की और उन्हें बताया कि अगर लोग घरों से बाहर निकालना जारी रखते हैं तब कर्फ्यू लगाने की जरूरत है।
9 मार्च की रात से डीलर का पुत्र लापता था। डीलर की पत्नी ने पुलिस से शिकायत करते हुए मामले में छह लोगों को आरोपी बनाया था। कई दिनों तक खोजबीन के बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। अंततः 14 दिनों बाद सोमवार को अपह्नत युवक का सड़ा-गला शव मिला।
योगी सरकार ने सूबे के सभी 75 जिलों को लॉक डाउन घोषित कर दिया है। इसके लिए सभी जिले के आलाधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है। इस दौरान सूबे के सभी जिलों में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर बाकी सारी सेवाओं पर रोक होगी