कोरोना महामारी में वैक्सीन लगवाने के बाद मिलने वाले सर्टिफिकेट का बहुत महत्व है। किसी एग्जाम से लेकर ट्रेन या फ्लाइट में सफर के दौरान ये सर्टिफिकेट काफी काम आता है। आज बताते हैं कि WhatsApp के जरिए ये सर्टिफिकेट कैसे डाउनलोड कर सकते हैं?
देश में युद्धस्तर पर चलाए जा रहे वैक्सीनेशन अभियान के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीके की 51.01 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लिखा- भारत में जुलाई महीने में 13 करोड़ से अधिक टीके लगाए गए हैं। इस महीने इसमें और तेजी आने वाली है। इस उपलब्धि के लिए हमें अपने स्वास्थ्यकर्मियों पर गर्व है।
कोरोना का चौंकाने वाला यह मामला मुंबई के मुलुंड इलाके से सामने आया है। जहां महिला डॉक्टर सृष्टि हलारी का कोरोना पीछा नहीं छोड़ रहा है। वह एक साल के अंदर तीन बार कोरोना संक्रमित हो चुकी हैं। जबकि उनको वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं।
18-44 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों को टीके की 22,80,435 पहली डोज और 2,72,190 दूसरी डोज दी गई।
भारत में वैक्सीनेशन अभियान को लेकर राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार पर तंज कस रहे हैं। उन्होंने शनिवार को फिर तंजभरा एक tweet किया। इस पर भाजपा ने उन्हें नसीहत दे डाली।
यूरोपियन यूनियन(EMA) ने 12-17 साल के बच्चों के लिए मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन स्पाइकवैक्स को अप्रूवल दे दिया है। इस वैक्सीन के मेडिकल ट्रायल में 3700 से अधिक बच्चों में सकारात्मक परिणाम सामने आए थे।
भारत में एक साथ किसी में दो वेरिंएट मिलने का पहला मामला सामने आया है। असम की एक डॉक्टर अल्फा और डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित मिली है। इस बीच कनाडा ने 21 अगस्त तक भारतीय उड़ानों पर बैन लगा दिया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा- कोरोना कालखंड में PM मोदी के नेतृत्व में BJP ने अभूतपूर्व कार्य किया। ये पहली पार्टी है जिसने देश के सामने मिसाल पैदा की।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बच्चों के सामान्य टीकाकरण अभियान को लेकर चिंता जताई है। WHO ने कहा है कि दुनियाभर में 2019 की तुलना में 2020 में 3.5 मिलियन से अधिक बच्चों को डिप्टीथिरिया टेटनस पर्टुसिस कम्बाइंड वैक्सीन(DTP-1) की पहली खुराक नहीं मिली। भारत में यह संख्या 30 लाख बताई जाती है। कोरोना भी इस अभियान में आड़े आया है।