देशभर में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होना है। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया है। केजरीवाल ने कहा, अगर केंद्र सरकार फ्री में वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराती है, तो हम दिल्ली में फ्री वैक्सीन की व्यवस्था करेंगे। इससे पहले बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी राज्य के सभी लोगों को फ्री वैक्सीन देने का ऐलान किया था।
पुणे से मंगलवार को कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड की पहली खेप देश के 13 शहरों में भेजी गई। अगले ही दिन यानी बुधवार को हैदराबाद से भारत बायोटेक की कोवैक्सीन दिल्ली भेजी गई। 13 जनवरी की सुबह एयर इंडिया के जरिए वैक्सीन के तीन बॉक्स दिल्ली भेजे गए।
देश में 16 जनवरी से वैक्सीन लगाने की शुरुआत हो जाएगी। तैयारियां जोरों पर हैं। पुणे से देश के 13 शहरों में वैक्सीन भेज दी गई है। लेकिन इन सबके बीच वैक्सीन पर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा के एक विधायक ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि जिन मुसलमानों को देश में बनी COVID-19 वैक्सीन में विश्वास नहीं है, उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
पुणे हवाई अड्डे से वैक्सीन को दिल्ली, अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, करनाल, हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुवाहाटी, लखनऊ, चंडीगढ़ और भुवनेश्वर भेजा जाएगा। ट्रकों में वैक्सीन के 478 बक्से थे और प्रत्येक बॉक्स का वजन 32 किलोग्राम था।
भारत सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को ऑक्सफोर्ड एस्ट्रेजेनेका की वैक्सीन कोवीशील्ड के लिए ऑर्डर दे दिया है। सरकार ने 1.10 करोड़ डोज का आर्डर दिया है। इसके मुताबिक, वैक्सीन के एक डोज की कीमत 200 रुपए होगी। इस पर 10 रुपए जीएसटी भी लगेगा।
दुनिया में कोरोना वायरस फैलाने का दोषी चीन को माना जाता है। भारत से चीन के रिश्ते ठीक नहीं हैं। बावजूद चीन को यह मानना पड़ा है कि भारत में निर्मित कोरोना वायरस वैक्सीन चीन के प्रॉडक्ट के मुकाबले बेहतर हैं। ग्लोबल टाइम्स ने इस आशय का एक लेख छापा है। इस लेख में चीनी विशेषज्ञों ने एकमत से कहा कि भारत में बनी वैक्सीन न सिर्फ क्वालिटी में बेहतर है, बल्कि उसकी कीमत भी कमी है।
देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम (vaccination Programe) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा 16 जनवरी से शुरू किया जा रहा है। मोदी सरकार ने शनिवार को इसका ऐलान किया है। नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी, हेल्थ सेक्रेटरी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई।
पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2021 को संबोधित किया। पीएम ने कहा, नई पीढ़ी जड़ से भले ही दूर हो गई हो, लेकिन जुड़ाव बढ़ा है। उन्होंने कहा, आप सभी साथियों को हर साल प्रवासी भारतीय सम्मान देने की परंपरा है। अटल बिहारी वाजपेयी जी के मार्गदर्शन में जो यात्रा शुरू हुई उसमें अभी तक 60 अलग-अलग देशों में रहे करीब 240 लोगों को ये सम्मान दिया गया है, इस बार भी इसकी घोषणा की जाएगी।
पीएम मोदी ने कहा, देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए चल रहे महायज्ञ ने आज एक नई गति हासिल की है। बीते दिनों आधुनिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से किसानों के खातों में सीधे 18,000 करोड़ रुपये से ज्यादा ट्रांसफर किए गये हैं।
वैक्सीन को लेकर नेताओं और कथित धर्मगुरुओं के जो बयान सामने आए हैं, वे चौंकाते हैं। किसी ने कहा कि वैक्सीन में सुअर की चर्बी है, तो किसी ने इसे बीजेपी का बताया। किसी ने अफवाह फैला दी कि इससे नपुंसक हो जाएंगे। वैसे बता दें कि 10 दिन में वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है। अब जिसे लगवाना है, लगवाएं!