Shivratri August 2023: अधिक मास 3 साल में एक बार आता है, इसलिए इस महीने के व्रत-त्योहारों का बहुत ही खास महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। वर्तमान में सावन का अधिक मास चल रहा है, जो 19 साल बाद आया है।
12 अगस्त, शनिवार को परमा एकादशी का व्रत किया जाएगा। शनिवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन हर्षण और वज्र नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:18 से 10:55 तक रहेगा।
Parma Ekadashi 2023:इन दिनों सावन का अधिक मास चल रहा है। धर्म ग्रंथों में अधिक मास का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में की गई पूजा, उपवास, दान आदि का फल कई गुना होकर मिलता है। इस महीने की एकादशी भी बहुत खास मानी गई है।
Mangala Gauri Vrat 2023: सावन के प्रत्येक मंगलवार को मंगला गौरी व्रत किया जाता है। इस बार सावन का अधिक मास होने से मंगला गौरी व्रत की संख्या दोगुनी हो गई है। 8 अगस्त को इस बार का छठा मंगला गौरी व्रत किया जाएगा।
Mangala Gauri Vrat 2023: 1 अगस्त, मंगलवार को मंगला गौरी व्रत किया जाएगा। ये इस बार का पाचंवा मंगला गौरी व्रत रहेगा। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इसका महत्व और भी ज्यादा हो गया है। इस व्रत के प्रभाव से घर में सुख-शांति बनी रहती है।
Aaj Ka Panchang: 30 जुलाई, रविवार को मूल नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा सवार्थसिद्धि योग भी बनेगा। राहुकाल शाम 05:28 से 07:06 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 29 जुलाई, शनिवार को ज्येष्ठा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा ब्रह्म और इंद्र नाम के 2 अन्य शुभ योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 09:16 से 10:54 तक रहेगा।
Sawan Pradosh 2023: इस बार सावन अधिक मास का पहला प्रदोष व्रत 30 जुलाई, रविवार को किया जाएगा। रविवार को प्रदोष व्रत होने से ये रवि प्रदोष कहलाएगा। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
Padmini Ekadashi 2023: 29 जुलाई, शनिवार को सावन अधिमास की एकादशी का व्रत किया जाएगा। इसे पद्ममिनी और कमला एकादशी कहा जाता है। ये एकादशी 3 साल में एक बार आती है, इसलिए इसका विशेष महत्व धर्म ग्रंथों मे बताया गया है।
Mangla Gouri Vrat 2023: 25 जुलाई, मंगलवार को सावन का चौथा मंगला गौरी व्रत किया जाएगा। इस व्रत में देवी पार्वती की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इस व्रत का फल कई गुना होकर मिलेगा।