Sawan Somwar Ki Katha: जो लोग पूरे सावन में व्रत नहीं कर पाते, वे सावन मास के प्रत्येक सोमवार को व्रत रखकर शिवजी को प्रसन्न कर सकते हैं। सावन सोमवार की पूजा विधि भी बहुत आसान है, लेकिन बिना कथा सुने इसका फल प्राप्त नहीं होता।
भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए अगर आप भी सावन सोमवार का व्रत कर रहे हैं, तो व्रत के दौरान यह फलाहारी अप्पे बना सकते हैं।
Sankashti Chaturthi July 2023: इस बार सावन मास की संकष्टी चतुर्थी का व्रत 6 जून, गुरुवार को किया जाएगा। सावन मास की संकष्टी चतुर्थी होने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है। इस दिन कई शुभ योग भी बनेंगे।
Aaj Ka Panchang: 6 जुलाई गुरुवार को धनिष्ठा नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का शुभ योग पूरे दिन बना रहेगा। इसके अलावा इस दिन प्रीति नाम का 1 अन्य शुभ योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:11 से 03:52 तक रहेगा।
Mangala Gauri Vrat 2023: इस बार सावन मास 4 जुलाई, मंगलवार से शुरू हो चुका है। सावन के प्रत्येक मंगलवार को मंगला गौरी व्रत करने का विधान है। इस व्रत में देवी पार्वती की पूजा की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से दांपत्य जीवन सुखी रहता है।
Jaya Parvati Vrat 2023: आषाढ़ मास में जया पार्वती व्रत किया जाता है। कुछ ग्रंथों में इसे विजया पार्वती व्रत भी कहा गया है। इस बार ये व्रत 1 जुलाइ, शनिवार को किया जाएगा। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते ये व्रत और भी खास हो गया है।
1 जुलाई, शनिवार को पहले अनुराधा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग और ज्येष्ठा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग बन रहा है। इनके अलावा इस दिन शुभ और शुक्ल नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:09 से 10:50 तक रहेगा।
Shani Pradosh July 2023: जुलाई 2023 के पहले ही दिन यानी 1 तारीख को शिव पूजा का शुभ संयोग बन रहा है। इस दिन शनि प्रदोष व्रत किया जाएगा। इस दिन और भी कई शुभ योग बनेंगे, जिससे इस व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है।
July 2023 Festival Calendar: साल 2023 का सातवां महीना जुलाई शुरू होने वाला है। ये महीना बहुत ही महत्वपूर्ण रहेगा क्योंकि महीने में सावन मास और अधिक मास का संयोग बन रहा है। कई प्रमुख त्योहार भी इस महीने में मनाए जाएंगे।
Mangala Gauri Vrat 2023: हिंदू धर्म में सुख-समृद्धि के लिए महिलाएं कई व्रत करती हैं। मंगला गौरी व्रत भी इनमें से एक है। ये व्रत सावन के प्रत्येक मंगलवार को किया जाता है। इस बार अधिक मास होने से इनकी संख्या भी डबल हो गई है।