Vinayaki Chaturthi May 2023: इस बार विनायकी चतुर्थी का व्रत 23 मई, मंगलवार को किया जाएगा। मंगलवार को चतुर्थी तिथि होने से ये अंगारकी चतुर्थी भी कहलाएगी। इस दिन भगवान श्रीगणेश की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
19 मई, शुक्रवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से मुद्गर नाम का अशुभ योग और इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से छत्र नाम का शुभ योग रहेगा। इनके अलावा शोभन और अतिगण्ड नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:44 से दोपहर 12:23 तक रहेगा।
17 मई, बुधवार को पहले रेवती नक्षत्र होने से उत्पात और इसके बाद अश्विनी नक्षत्र होने से मृत्यु नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। इनके अलावा सौभाग्य और आयुष्मान नाम के 2 शुभ योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:23 से 2:02 तक रहेगा।
Budh Pradosh May 2023: इस बार ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत 17 मई, बुधवार को किया जाएगा। प्रदोष तिथि बुधवार को होने से ये बुध प्रदोष कहलाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से करने का विधान है।
Vat Savitri Vrat 2023: इस बार वट सावित्री व्रत 19 मई, शुक्रवार को किया जाएगा। इस व्रत में ब्रह्मा-देवी सावित्री, शिव-पार्वती, यमराज और सत्यवान-सावित्री की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इनके अलावा इस दिन एक विशेष वृक्ष की पूजा का भी विधान है।
Vat Savitri Vrat Katha: इस बार वट सावित्री का व्रत 19 मई, शुक्रवार को किया जाएगा। इस व्रत का महत्व कई धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस दिन वट व्रत की पूजा करने का विधान है। महिलाएं अखंड सौभाग्य की कामना से ये व्रत करती हैं।
15 मई ,सोमवार को पहले पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग और इसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से गद नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा विषकुंभ और प्रीति नाम के 2 अन्य योग भी बनेंगे। राहुकाल सुबह 7:28 से 9:06 तक रहेगा।
Achala Ekadashi 2023: इस बार ज्येष्ठ मास की अचला एकादशी का व्रत 15 मई, सोमवार को किया जाएगा। इसे अपरा एकादशी भी कहते हैं। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते ये व्रत और भी खास हो गया है।
Nirjala Ekadashi 2023 Date: इस बार निर्जला एकादशी का व्रत मई 2023 में किया जाएगा। इसे साल की सबसे बड़ी एकादशी कहा जाता है। इसके पीछे कई कारण हैं। इसे भीमसेनी एकादशी भी कहते हैं। इस एकादशी का वर्णन कई धर्म ग्रंथों में बताया गया है।
Shiv Chaturdashi May 2023: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए महीने में कई व्रत किए जाते हैं प्रदोष और शिव चतुर्दशी व्रत भी इनमें से एक है। ये दोनों ही व्रत अलग-अलग तिथियों पर किए जाते हैं, लेकिन मई 2023 में ये दोनों व्रत एक ही दिन किए जाएंगे।