शनि के मार्गी होने से बाजार में छाई हुई मंदी समाप्त होने के योग बनेंगे, वर्षा से राहत प्राप्त होगी और प्राकृतिक आपदाओं में भी कमी आएगी
शनिदेव को धर्म ग्रंथों में न्यायाधीश माना जाता है, जो मनुष्य के अच्छे-बुरे कर्मों का प्रतिफल उसे देते हैं।
श्रावण मास में भगवान शिव के अलग-अलग अवतारों की पूजा का विशेष महत्व है। बहुत कम लोग शिव के इन अवतारों को जानते हैं।
Shani Pradosh 2022: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए महीने में कई व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। ऐसा ही एक व्रत है प्रदोष। ये व्रत प्रत्येक महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। विभिन्न वारों के साथ मिलकर ये अलग-अलग योग बनाता है।
Aaj Ka Panchang: 5 नवंबर, शनिवार को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा हर्षण और वज्र नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 09:24 से 10:47 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 23 अक्टूबर, रविवार को पहले उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से मित्र और उसके बाद हस्त नक्षत्र के होने से मानस नाम के 2 शुभ योग दिन भर रहेंगे। इसके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, इंद्र और वैधृति योग भी रहेंगे।
आज (30 अप्रैल, शनिवार) वैशाख मास की अमावस्या तिथि है। धर्म ग्रंथों में इस तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार ये तिथि शनिवार को होने से ये शनिश्चरी अमावस्या (Shanishchari Amavasya 2022) कहलाएगी। इस दिन पितरों के साथ-साथ शनिदेव से संबंधित उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
आज (5 जून, रविवार) ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि रहेगी। रविवार को सूर्योदय अश्लेषा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। रविवार को अश्लेषा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
Aaj Ka Panchang: 17 जनवरी, मंगलवार को पहले विशाखा नक्षत्र होने से श्रीवत्स और इसके बाद अनुराधा नक्षत्र होने से वज्र नाम के 2 योग इस दिन बन रहे हैं। इनके अलावा गण्ड और वृद्धि नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 03:18 से शाम 04:38 तक रहेगा।
12 जुलाई, मंगलवार को आषाढ़ शुक्ल चतुर्दशी तिथि है। इस दिन मूल नक्षत्र होने से छत्र नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन ब्रह्म और इंद्र नाम के 2 अन्य शुभ योग भी बन रहे हैं। ये सभी योग बहुत ही शुभ फल देने वाले हैं।