मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की है। उन्होंने कहा, विपक्षी पार्टियों ने महाराष्ट्र सरकार का बायकॉट करने का आह्वान किया है। मैं कहना चाहता हूं कि विरोधियों को क्वारटीन में जाना चाहिए। महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने के सभी प्रयासों को विफल कर दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। इस चर्चा में एनसीपी के नेता शरद पवार भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने तब्लीगी जमात का मुद्दा उठाया।
पवार के अलावा केन्द्रीय मंत्री रामदास आठवले, कांग्रेस के हुसैन दलवई, शिवसेना के राजकुमार धूत, भाजपा के अमर सबले, भाजपा समर्थित निर्दलीय नेता संजय काकड़े और राकांपा के मजीद मेमन का भी राज्यसभा का कार्यकाल दो अप्रैल को खत्म हो रहा है।
एनसीपी नेता शरद पवार ने दिल्ली हिंसा को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। पवार ने कहा, राजधानी पिछले कुछ दिनों से जल रही है। केंद्र में सत्ताधारी पार्टी दिल्ली चुनाव नहीं जीत सकी तो समाज को विभाजित करने के प्रयास में लग गई।
राज्य के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि तीनों के बीच संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के “विवादित हिस्सों” के बारे में केंद्र से बात करने पर सहमति बनी है।
कोरेगांव-भीमा न्यायिक जांच आयोग को एक आवेदन प्राप्त हुआ है जिसमें पुणे के पास 2018 में हुई हिंसा के बारे में मीडिया में दिए गए कुछ बयानों को लेकर राकांपा प्रमुख शरद पवार को तलब करने का अनुरोध किया गया है
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा, राम मंदिर के लिए ट्रस्ट बनाया गया तो मस्जिद के लिए कोई ट्रस्ट क्यों नहीं बनाया गया? देश सबका है और सभी के लिए है। सरकार को मस्जिद बनाने के लिए भी ट्रस्ट बनाना चाहिए और मदद मुहैया करानी चाहिए। बता दें, शरद पवार पार्टी के राज्य प्रतिनिधि सम्मेलन में शामिल होने के लिए 19 फरवरी को लखनऊ आए थे, जहां उन्होंने ये बात कही।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को एल्गार परिषद मामले में आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की पूर्व फडणवीस सरकार 'कुछ छुपाना' चाहती थी इसलिए मामले की जांच केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी है
‘नास्तिकता के कथित प्रचार’ को लेकर वारकरियों के एक संगठन द्वारा शरद पवार की आलोचना करने और समुदाय से उन्हें धार्मिक कार्यक्रमों के लिए आमंत्रित नहीं करने की अपील करने के बाद राकांपा प्रमुख ने शनिवार को पलटवार किया और कहा कि मंदिरों में जाने के लिए किसी की अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की शिवसेना नीत गठबंधन सरकार में कई ऐसे मंत्री हैं जो किसी राजनीतिक परिवार से ताल्लुक नहीं रखते और अपनी प्रतिभा के आधार पर उन्होंने मंत्रिमंडल में जगह बनाई है।