कोरेगांव भीमा युद्ध को एक जनवरी 2018 को दो सौ साल पूरे होने के मौके पर हिंसा भड़क उठी थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अजित पवार के अचानक भाजपा के साथ जाकर सरकार बनाने से लेकर शिवसेना से गठबंधन तक तमाम सवालों पर अपनी राय रखी। शरद पवार ने बताया, कांग्रेस से चल रही लंबी बातचीत से नाराज होकर अजित पवार ने भाजपा के साथ जाने का कदम उठाया था।
NCP में पावर को लेकर लंबे समय से कलह चली आ रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी अजीत पवार के बेटे पार्थ ने चुनाव लड़ने की जिद की थी। इसके बाद शरद पवार ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था।
सोशल मीडिया पर लोग इस वीडियो को देख टीम पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। कुछ कह रहे हैं कि टीम के खिलाड़ी बुजुर्ग पवार के पद, कद और उम्र का भी लिहाज करते नजर नहीं कर रहे। लोगों ने टीम की इस हरकत को शर्मनाक बताया।
महाराष्ट्र में विपक्षी खेमा अपने विधायकों को संजोने में लगा हुआ है। इसी क्रम में सोमवार तड़के लगभग 5 बजे राकांपा के दिग्गज नेता छगन भुजबल अपने विधायकों से मिलने होटल हयात पहुंचे।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अजित पवार का जवाब देते हुए उनपर गुमराह करने का आरोप लगाया। शरद पवार ने कहा, भाजपा के जाने गठबंधन का सवाल ही नहीं उठता है।
एनसीपी नेता व उप मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया है। जिसमें उन्होंने कहा लिखा है कि मिलकर महाराष्ट्र के हित के लिए काम करेंगे।साथ ही उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में देंगे स्थिर सरकार।
एनसीपी के नेता अजित पवार ने जिस प्रकार शरद पवार से बगावत कर भाजपा को समर्थन देकर डिप्टी सीएम पद की कमान संभाल ली। जिसके बाद से कयास लगाया जा रहा कि चाचा-भतीजे के बीच हुए मतभेदों के कारण ही अजित ने पार्टी से अलग होने का निर्णय लिया। जिसमें बताया जा रहा कि दोनों के बीच 2004 से विवाद की नींव पड़ी है।
एनसीपी से नाराज चल रहे अजित पवार को मनाने की कोशिश जारी है तो वहीं एनसीपी विधायक दल के नेता जयंत पाटील 51 विधायकों के हस्ताक्षर की चिट्ठी लेकर राजभवन पहुंचे हैं।पवार परिवार की कोशिश किसी भी तरह अजित पवार को मनाने की है ताकि उन्हें फिर गठबंधन खेमे में वापस बुलाया जाए। बताया जा रहा कि शरद पवार और सुप्रिया सुले ने अजित पवार के भाई श्रीनिवास से बात की है।