मंगलवार को सीएम शिवराज की हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है। बैठक में तय किया गया है कि इस संबंध में मानसून सत्र के दौरान विधानसभा में प्रस्ताव लाया जाएगा। हाल ही में मंदसौर जिले में जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत हो गई थी।
यह मामला मंदसौर जिले के खखराई गांव का है। जहां शराब पीने से हुई मौत के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। हैरानी की बात यह है कि यह घटना प्रदेश के आबकारी मंत्री जगदीश देवड़ा का गृह क्षेत्र में हुई है।
देश में कोरोना संक्रमण के पिछले 10 दिनों से एक लाख से कम केस आ रहे हैं। हालांकि पिछले 24 घंटे में मामूली केस बढ़ गए हैं। एक दिन में 2329 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 71 दिनों बाद सबसे कम हैं। दैनिक पॉजिटिविटी रेट 3.48% है।
मरने वाले बिहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं। वहीं, बीमार मजदूरों को इलाज के लिए जेएन मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है। हालांकि, स्थानीय लोगों का आरोप है कि अभी भी सरकारी शराब के ठेकों पर देशी शराब के पुराने स्टॉक बेचे जा रहे हैं।
आजमगढ़ जिले में पवई थाना क्षेत्र के मित्तूपुर बाजार में हुए जहरीली शराब पीने से बुधवार को दो और लोगों की मौत हो गई। इस तरह मरने वालों की संख्या 19 हो गई है। वहीं, आधा दर्जन से अधिक लोग विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे है। जिनमें दो की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है।
मृतकों और पीड़ितों के परिजनों ने जिसपर शराब बेचने का आरोप लगाया था, उसे रात में ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उससे पूछताछ जारी है। पुलिस ने कुछ खाली बोतलें भी बरामद की हैं। जिसकी स्कैनिंग के बाद पता चला है कि वे स्थानीय दुकानों से खरीदी गई हैं। पुलिस और आबकारी विभाग की टीम उन दुकानों पर छापेमारी कर रही हैं।
होली के मौके पर नवादा और बेगूसराय में कई लोगों ने अवैध शराब का सेवन किया था। जिसके बाद वह बीमार पड़ गए और उनको अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। जिसके बाद 31 मार्च को नौ , 1 अप्रैल को तीन और 2 अप्रैल को चार लोगों ने दम तोड़ दिया।
बिहार में 8 लोगों की मौत होने के बाद भी प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। ऐसे में सवाल खड़े होने लगे हैं कि क्या सीएम ने सिर्फ चुनाव जीतने के लिए शराबबंदी कर रखी थी। (प्रतीकात्मक फोटो)
आरोप है कि सोमवार रात जब शराब से मौत का हल्ला मचा तो कुछ सिपाही और दारोगा उनके घर पहुंचे। इसके बाद घर में रखी खाली शीशी उठा ले गए। परिवार की एक महिला ने खाली शीशी दिखाते हुए शराब पीने की बात कही और बताया कि खन्ने पासी के यहां से शराब खरीदकर लाए थे। वह अक्सर शराब पीते थे।
आईजी परिक्षेत्र प्रयागराज कवीन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि आरोपी अवैध तरीके से देसी शराब बेचने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोपी बाबूलाल पटेल है। इस मामले में उसके भाई और पत्नी को गिरफ्तार किया गया है। पीएम रिपोर्ट के बाद मामले का खुलासा होगा, शराब के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।