बता दें कि मुजीब अहमद राजनीति का कोई बड़ा चेहरा नहीं थे। बीएसपी में भी इन्हें कोई न जानता था, न पहचानता था। 2017 का विधानसभा चुनाव इनके लिए संजीवनी बना। वो बसपा से टिकट लेकर सुल्तानपुर सीट से चुनाव लड़ने पहुंचे पानी की तरह पैसा बहाया क्षेत्र में ताबड़तोड़ उनकी गाड़ियां दौड़ीं। तब लोगों ने जाना कि यह मुजीब हैं। करीब डेढ़-दो महीने तक वो क्षेत्र में डटे रहे और चुनाव में मिली हार के बाद वो गायब हुए तो पांच साल बाद अब वापस लौटे हैं।