मंगला गौरी व्रत विशेष तौर पर नवविवाहिताएं करती हैं। धर्म शास्त्रों के अनुसार, विवाह के पांच वर्ष तक प्रत्येक श्रावण मास में यह व्रत करना चाहिए।
कावड़ यात्रा से हमारे मन में संकल्प शक्ति और आत्मविश्वास जागता है। यही वजह है कि सावन में लाखों श्रद्धालु कावड़ में पवित्र जल लेकर एक स्थान से लेकर दूसरे स्थान जाकर शिवलिंगों का जलाभिषेक करते हैं।
8 अगस्त को श्रावण शुक्ल एकादशी तिथि है। सोमवार को पहले ज्येष्ठा नक्षत्र होने से पद्म नाम का शुभ योग और उसके बाद मूल नक्षत्र होने से लुंबक नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इस दिन राहुकाल सुबह 07:41 से 09:18 तक रहेगा।
हिंदू पंचांग के 12 महीनों में श्रावण का विशेष महत्व है, क्योंकि इस मास में शिव पूजा का बहुत महत्व होता है। श्रावण का हर दिन अपने आप में खास होता है। सोमवार से रविवार तक हर दिन की गई शिव पूजा से अलग-अलग शुभ फल मिलता है। इस महीने की हर तिथि पर व्रत किया जाता है।
इन दिनों सावन मास चल रहा है, जो 22 अगस्त तक रहेगा। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस महीने में शिव पूजा करने से हर तरह के दोष खत्म हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि (Sawan Shivratri 2022) का पर्व मनाया जाता है। इसे शिव चतुर्दशी (Sawan Shivratri 2022) भी कहते हैं। इस बार श्रावण कृष्ण चतुर्दशी तिथि 26 जुलाई, मंगलवार को है।
वैसे तो पूरा श्रावण मास ही भगवान शिव को प्रिय है, लेकिन इस महीने में आने वाले सोमवार पर शिव पूजा करने का महत्व कई धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस बार 25 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार है।