यह हैरान कर देने वाली घटना भीलवाड़ा के प्रसिद्ध हरणी महादेव मंदिर की है। जहां अचानक कोबरा सांप शिवालय में प्रवेश कर गया। इसके बाद वह शिवलिंग पर अपना फन फैलाकर बैठ गया। पहले तो सब डर गए। लेकिन बाद में पूजा करने लगे। (प्रतीकात्मक फोटो)
हिंदू कैलेंडर का पांचवां महीना सावन 25 जुलाई से शुरू हो चुका है, जो 22 अगस्त तक रहेगा। इस महीने से ही वर्षा ऋतु अपने चरम पर रहती है।
हिंदू पंचांग का पांचवां महीना सावन शिव भक्ति के लिए प्रसिद्ध है। इस महीने में शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
हमारे देश में भगवान शिव के अनेक मंदिर हैं जहां शिवलिंग या शिव प्रतिमा की पूजा की जाती है। लेकिन एक मंदिर ऐसा भी है जहां भगवान शिव के पैरे के अंगूठे को पूजा जाता है।
आज (25 जुलाई) सावन मास का पहला दिन है। हिंदू धर्म में इस महीने का विशेष महत्व होता है। सावन के महीने में भगवान शंकर की विशेष पूजा- अर्चना की जाती है।
ज्योतिष में कुल नौ ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि और राहु-केतु बताए गए हैं। इन नौ ग्रहों में शनि, राहु-केतु को क्रूर ग्रह माना गया है। इन ग्रहों के दोष दूर करने के लिए शिवजी की पूजा सबसे सरल और कारगर उपाय है।
पाकिस्तान में अनेक हिंदू मंदिर हैं। इनमें कटसराज मंदिर भी एक है। ये मंदिर भगवान शिव का है।
सावन भगवान शिव की उपासना का महीना है। इस मंदिर में भगवान शिव के विभिन्न अवतारों की पूजा भी करनी चाहिए। हनुमानजी भी शिवजी के ही अवतार हैं।
सावन का चौथा सोमवार 27 जुलाई को है। वैसे तो सावन का पूरा महीना ही शिवजी को समर्पित है, लेकिन सावन सोमवार का विशेष महत्व है।
शिवपुराण में भगवान शिव से संबंधित अनेक कथाओं का वर्णन है। सावन के इस पवित्र महीने में हम आज आपको शिवजी से जुड़ी एक ऐसी ही कथा बता रहे हैं।