प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में रैली के दौरान सावन में मटन और नवरात्र में मछली दिखाने के लिए राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर हमला बोला।
31 अगस्त, गुरुवार को शतभिषा नक्षत्र शाम 05.45 तक रहेगी, इसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। गुरुवार को पहले शतभिषा नक्षत्र होने से वज्र और इसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से मुग्दर नाम के अशुभ योग बनेंगे।
Aaj Ka Panchang: 28 अगस्त, सोमवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 07:45 से 09:19 तक रहेगा।
Sawan Last Somvar 2023: सावन का अंतिम सोमवार बहुत ही खास रहेगा। इस दिन सोम प्रदोष का संयोग बन रहा है जो बहुत ही दुर्लभ संयोग है। ये महीना, वार और तिथि सभी शिवजी को अति प्रिय है। इस दिन शिव पूजा से हर कामना पूरी हो सकती है।
सावन की सोमवारी में खेसारी लाल यादव का नया गाना 'जोड़ी बना दी मजनू लैला के' आते ही वायरल हो गया है। गाने ने कुछ ही घंटों के अंदर 2 मिलियन से ज्यादा के व्यू को पार कर लिया है। खेसारी के साथ शिल्पी राज ने भी यह गाना गाया है।
समरी- 17 अगस्त, गुरुवार को पहले मघा नक्षत्र होने से मूसल और इसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से गद नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन परिघ और शिव नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:06 से 03:42 तक रहेगा।
16 अगस्त, बुधवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने से राक्षस और इसके बाद मघा नक्षत्र होने से चर नाम का योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन वरियान और परिघ नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:31 से 02:07 तक रहेगा।
14 अगस्त, सोमवार को पहले धूम्र नाम का अशुभ योग और इसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से प्रजापति नाम का शुभ योग इस दिन रहेगा। इसके अलावा इस दिन सिद्धि और व्यातिपात नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 07:42 से 09:18 तक रहेगा।
Shivratri August 2023: अधिक मास 3 साल में एक बार आता है, इसलिए इस महीने के व्रत-त्योहारों का बहुत ही खास महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। वर्तमान में सावन का अधिक मास चल रहा है, जो 19 साल बाद आया है।
Adhik Maas Shivratri 2023: इस समय सावन का अधिक मास चल रहा है। वैसे तो अधिक मास हर 3 साल में आता है, लेकिन सावन का अधिक मास 19 साल बाद यानी 2004 के बाद अब बना है। सावन के अधिक मास में शिवरात्रि पर दुर्लभ संयोग बन रहा है।