प्रेमी ने कहा हम बालिग हैं और मंदिर में शादी किए हैं। इसपर अजगरा चौकी में प्रेमिका ने कहा कि यह सब बकवास है, मैंने शादी नहीं की है। इतना कह कर उसने मांग का सिंदूर हैंडपंप पर धो दिया और हाथ की चूड़ी तोड़कर साड़ी निकाल सूट में अपने पिता-माता के सामने आ गई। पंचायत के बाद लड़की अपने माता-पिता के साथ फतेहपुर चली गई।